प्रशासन के अधिकारियों ने सोमवार को इंदौर के चार ग्रामीण इलाकों के थानों में वहां के सरपंच, पूर्व सरपंच और सचिव के खिलाफ सरकार के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में केस दर्ज कराया है। बताया जाता है कि विकास कार्य के लिए रुपए मिलने के बाद भी उन्होंने अपने इलाके में काम नहीं कराया।
पहला मामला चंद्रवतीगंज का है। यहां पटवारी राहुल चौधरी की शिकायत पर रिंकू चौधरी निवासी ग्राम जिंदाखेडा व सचिव रामप्रसाद राठौर के खिलाफ पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी फर्म बनाकर करीब 8 लाख 50 हजार से अधिक के बिल पास करवा लिए थे। वहीं सरकार को भी टैक्स नही दिंया। मामले में केस दर्ज कर पुलिस ने दोनों के खिलाफ जांच शुरू की है।
इसी तरह क्षिप्रा थाने में सरपंच सिकंदर पटेल के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यहां पद का दुरुपयोग करते हुए लाखों का घोटाला किया है। मामले में सरपंच के खिलाफ जांच की गई।
इसी के साथ सांवेर के पूर्व सरपंच हरी परमार ने भंडारण क्रय के मामले में धोखाधड़ी करते हुए खरीदारी की थी। इस मामले में कुछ लोगों ने शिकायत की। जांच के बाद कार्रवाई की गई है।
हातोद पुलिस ने राजस्व निरीक्षक धनसिंह रावत की शिकायत पर कांकरिया ग्राम के पूर्व सरपंच कृष्णा के खिलाफ केस दर्ज किया है। कृष्णा ने 2018/19/20/21 में पद का गलत इस्तेमाल करते हुए मनरेगा कल्याण योजना के तह्त क्रय विक्रय कर सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाने के साथ धोखाधड़ी की। उसने रुपए प्राप्त करने के बाद उसका सरकारी क्रम में उपयोग ही नहीं किया था।
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