- कचरे से गैस बनाने वाला एशिया का सबसे बड़ा प्लांट, सीएनजी से चलेंगी सिटी बसें
घरों से निकलने वाले 550 टन गीले कचरे से नगर निगम रोजाना 18 हजार किलो कंप्रेस्ड नेचरल गैस (सीएनजी) बनाएगा। कचरे से बनी इस गैस से सिटी बसें दौड़ेंगी। इससे नगर निगम को सस्ती सीएनजी गैस तो मिलेगी ही, साथ ही डेढ़ करोड़ रुपए सालाना आय भी होगी।
सांसद शंकर लालवानी ने बुधवार को देवगुराड़िया ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कचरे से सीएनजी बनाने के प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इस प्लांट के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री को बुलाया जाएगा। निरीक्षण के दौरान निगमायुक्त प्रतिभा पाल, अपर आयुक्त संदीप सोनी, अधीक्षण यंत्री अनूप गोयल, महेश शर्मा, ट्रेंचिंग ग्राउंड प्रभारी योगेंद्र गंगराडे व अन्य अधिकारी थे।
बाजार दर से 5 रुपए प्रति लीटर कम दर पर नगर निगम को मिलेगी गैस
देवगुराड़िया स्थित एशिया के सबसे बड़े इस प्लांट से अगले माह से सीएनजी का उत्पादन शुरू हो जाएगा। नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि वर्तमान में शहर से लगभग 610 मीट्रिक टन गीला कचरा प्रतिदिन निकल रहा है, जिसमें से 550 मीटर टन कचरे से सीएनजी बनाई जाएगी।
कंपनी से हुए अनुबंध के तहत 50 प्रतिशत सीएनजी कंपनी द्वारा बाजार दर से पांच रुपए प्रति लीटर कम दर पर नगर निगम को दी जाएगी, जिससे शहर की सिटी बसें चलाई जाएंगी। वहीं इस प्लांट से नगर निगम को प्रतिवर्ष लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की आए भी होगी।
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