देह व्यापार के लिए बांग्लादेश से लड़कियों को लाने वाले गिरोह के सरगना विजय दत्त उर्फ मामुन हुसैन के मुंबई के कई ठिकानों पर विजय नगर पुलिस ने वहां की पुलिस के साथ मिलकर दबिश दी। वहां से लड़कियों की अलग-अलग करीब 200 आईडी (आधार, पैन, राशन और वोटर कार्ड) मिले हैं, जिसे फिलहाल मुंबई पुलिस ने जब्त किया है। टीआई तहजीब काजी ने बताया कि गिरोह ने ये फर्जी कार्ड कहां से तैयार कराए हैं।
इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। विजय दत्त ने आधार कार्ड और पासपोर्ट में अपना नाम विजय विश्वास करा रखा है। इस पासपोर्ट में उसकी पत्नी जोशना का नाम जोत्सना, पिता विमल कुमार और मां अंबिका है, जबकि उसकी पत्नी का नाम इसकी अन्य आईडी कार्ड पर माया विश्वास है। पत्नी बंग्लादेश में रहती है, लेकिन उसका एड्रेस मुंबई के नाला सोपारा का दिखाया है। इसी जोशना का बांग्लादेश का एक नेशनल आईडी कार्ड जोशना खातून के नाम से भी मिला है। इनके पास से कुछ बांग्लादेशी करंसी भी बरामद हुई हैं। पता चला है कि जोशना भी कई बार युवतियों के साथ भारत आ चुकी है।
एक आरोपी, कई किरदार, किसी के पिता तो किसी के पति के तौर पर नाम
टीआई के मुताबिक, विजय दत्त की पत्नी जोशना के एक पैन कार्ड में गिरोह के साथी बबलू सरकार को पिता दर्शाया है। बबलू मूल रूप से पश्चिम बंगाल का है। वह गिरोह के साथियों के फर्जी आईडी कार्ड बनाने के लिए कभी किसी का पिता तो कभी किसी का पति बनकर दस्तावेज में नाम देता रहा है। वहीं पुलिस को बबलू सरकार के मोबाइल से 100 से ज्यादा बांग्लादेशी लड़कियों की चैट मिली है। सभी को वह अपनी प्रेमिका बताता था।
विजय को कस्टडी में देख आश्चर्य में पड़ गया था गिरोह का आरोपी
आरोपी बबलू को पुलिस ने जब मुंबई के नाला सोपारा से गिरफ्तार किया तो उसने छोड़ने के लिए लाखों रुपए का ऑफर दिया। इस पर पुलिस ने उसे विजय दत्त को पकड़वाने का ऑफर दिया। बाद में जब विजय को पकड़कर लॉकअप में उसके सामने लाया गया तो वह आश्चर्य में पड़ गया। उसका कहना था कि आजतक उसे किसी ने नहीं देखा था।
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