शनिवार से लापता तीन पॉजिटिव लोगों का पांच दिनों बाद भी पता नहीं चला है। इनके पते फर्जी निकलने के बाद मेडिकल टीमों ने इन्हें काफी तलाशा लेकिन नहीं मिले। इनके मोबाइल भी लगातार बंद हैं। पूरे कोरोना काल में यह पहला मौका है कि जब कोरोना मरीज के भागने या गायब होने के मामले में 5 दिनों बाद भी सुराग नहीं लगा है। इस बीच बुधवार को 3 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं और अब एक्टिव मरीजों की संख्या 30 हो गई है। गुरुवार को मेडिकल टीमें इनके घरों पर जाकर इनकी हिस्ट्री जुटाने के साथ इन्हें कोविड केयर सेंटर में एडमिट कराएगी। चूंकि दीपोत्सव पर बाजारों में भीड़ बहुत है। इसके चलते जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें। वैसे गुरुवार को सभी सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों पर सैंपलिंग जारी रहेगी।
जो तीन मरीज भागे हैं उन्हें कोिवड केयर सेंटर में एडमिट कराया जाना था लेकिन अब 5 दिन निकल चुके हैं जबकि यह समय उनके और दूसरे की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। वैसे विभाग का मानना है कि ये तीनों बाहर के हो सकते हैं जो नौकरी या पढ़ाई के सिलसिले में इंदौर में थे और धनतेरस के पहले बाहर अपने घर चले गए। इसके चलते इनका पता नहीं लग पा रहा है। इनमें से एक के भोपाल में होने की सूचना थी लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं लगी।
रिकवरी रेट 99.07 फीसदी
बहरहाल, वैसे पूरे कोरोना काल में अब तक 28,03,329 सैंपल लिए जा चुके हैं इनमें से 1,53,246 पॉजिटिव पाए गए। इनमें से भी 1,51,825 पूरी तरह से स्वस्थ हैं। यानी रिकवरी 99.07 फीसदी है। इधर, कोरोना संक्रमण भले ही नियंत्रण में हो लेकिन दीपोत्सव के दौरान भी सैंपलिंग जारी है। गुरुवार को भी सभी सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में सैंपलिंग जारी रहेगी। लोगों से अपील की गई है कि उन्हें सर्दी-खांसी के साथ कोरोना जैसे लक्षण हैं तो तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल में जाकर सैंपल दें। वैसे इन दिनों रिपोर्ट भी 24 घंटों में उपलब्ध हो रही है। वर्तमान मेें औसतन अब 5 हजार सैंपल रोज टेस्ट किए जा रहे हैं।
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