दो साल आठ महीने बाद 15 दिसंबर से एक बार फिर सरवटे बस स्टैंड से यात्री बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। जर्जर घोषित होने पर अप्रैल 2019 में सरवटे बस स्टैंड की बिल्डिंग को तोड़ा गया था। नए भवन का काम 30 नवंबर तक पूरा हाे जाएगा। उसके बाद अगले 8 से 10 दिन में बिल्डिंग हैंड ओवर होगी। साेमवार काे विधायक आकाश विजयवर्गीय ने निगम अफसराें के साथ दौरा किया। विजयवर्गीय ने कहा कि परिवहन विभाग से बातचीत शुरू कर देना चाहिए, ताकि बसों के परिवहन से जुड़ी सारी प्रक्रियाएं समय से पूरी हो सके।
अगस्त 2020 में पूरा होना था काम, 16 महीने पिछड़ गया
अप्रैल 2019 में सरवटे बस स्टैंड को तोड़ा गया था। अधिकारियों ने दावा किया था कि इसे अगस्त 2020 तक तैयार करवा दिया जाएगा। देरी के चलते निगम कॉन्ट्रैक्टर पर 5 लाख की पेनल्टी भी लगा चुका है। व्यापारियों द्वारा लंबे समय से बस स्टैंड शुरू करने की मांग की जा रही थी।
करोड़ में ठेका, 4 करोड़ के अतिरिक्त काम बस स्टैंड की इमारत को बनाने में 9.77 करोड़ में ठेका दिया था। बाद में चार करोड़ के काम और करवाए जा रहे हैं। इनमें टाइल्स, प्लास्टर, बारिश व धूप से बचाने के लिए कैनोपी, सीढ़ियों पर रैलिंग, कांच, टिकट काउंटर सहित कई काम बाद में हुए।
3 बड़े राज्यों के लिए फिर से चलेंगी सामान्य से लेकर लग्जरी बसें
- 1969 में बने सरवटे बस स्टैंड से प्रतिदिन 610 बसों का संचालन होता था।
- इनमें भोपाल, सागर, छतरपुर, सतना, रीवा, टीकमगढ़, होशंगाबाद, इटारसी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, जबलपुर, बैतूल, मुलताई व नागपुर की बसें शामिल हैं।
- इंदौर-खंडवा होते हुए बुरहानपुर, अकोला, शिर्डी, अमरावती, जालना भी बसें जाती थीं।
- एबी रोड पर धामनोद होते हुए मनावर, अालीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, धुलिया, नासिक तक बसों का संचालन होता था।
- महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात के अलग-अलग शहरों के लिए भी बसें चलती थीं।
0 टिप्पणियाँ