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राजेंद्रनगर ओवर ब्रिज:बिगड़ी इंजीनियरिंग के साथ 5 साल से चल रहे ब्रिज पर अब कट व सिग्नल लगाने पर PWD और निगम भिड़े

 

पीडब्ल्यूडी ने कहा- ब्रिज निगम को सौंप दिया, निगम ने कहा- हम तो सिर्फ मेंटेनेंस कर रहे। - Dainik Bhaskar
पीडब्ल्यूडी ने कहा- ब्रिज निगम को सौंप दिया, निगम ने कहा- हम तो सिर्फ मेंटेनेंस कर रहे।

अन्नपूर्णा क्षेत्र में राजेंद्रनगर ओवर ब्रिज को बने हुए तो पांच साल हो चुके हैं, लेकिन इससे गुजरने वाले वाहन चालकों की परेशानी को हल किए जाने को लेकर अब एक बार फिर चर्चा हो रही है। दीपावली के पहले रोड सेफ्टी मैनेजमेंट की जो बैठक हुई थी उसमें भी राजेंद्र नगर ओवर ब्रिज के बीच के हिस्से में कट बनाकर उससे गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी से निजात दिलाने की बात कही जा रही है।

इसके पहले ही नगर निगम और पीडब्ल्यूडी दोनों विभागों के बीच ब्रिज के काम को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। नगर निगम का कहना है कि हम तो केवल मेंटेनेंस कर रहे हैं और पीडब्ल्यूडी का कहना है कि हम तो बनाकर इसे नगर निगम को सौंप चुके हैं। इसे लेकर नगर निगम के अफसर गुरुवार को ब्रिज का मौका मुआयना कर रिपोर्ट वरिष्ठ अफसरों को सौंपेंगे।

रॉन्ग साइड ही चलना पड़ता

ब्रिज से अन्नपूर्णा को एबी रोड के अलावा तीसरी भुजा से कैट रोड को जोड़ने वाला यह ब्रिज इंजीनियरिंग और डिजाइन में फैल्यूअर साबित हो रहा है। ब्रिज पर अन्नपूर्णा रोड से एबी रोड बिजलपुर की तरफ जाना हो तो दिक्कत नहीं आती पर एबी रोड से आकर अन्नपूर्णा तरफ वालों को वन-वे में जाना पड़ता है।

वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सर्विस रोड

पीडब्ल्यूडी अफसरों के मुताबिक ब्रिज को केवल सीधे एक तरफ से दूसरी तरफ उतरने के लिए बनाया गया था। जिन्हें राजेंद्र नगर से कैट रोड की तरफ जाना है उनके लिए ब्रिज के नीचे सर्विस रोड है। उन्हें ब्रिज पर चढ़कर रॉन्ग साइड जाने की जरूरत नहीं है।

अफसरों को निकालना है हल : सांसद

सांसद शंकर लालवानी का कहना है वाहन चालकों की परेशानी हल अफसरों को निकालना है। निगम अधिकारियों ने इसे ठीक करने की सहमति दी है।

अब हमारा काम नहीं, पहले भी दे चुके हैं जवाब

पीडब्ल्यूडी ने इस ब्रिज को बनाकर नगर निगम को हैंडओवर कर दिया है। ऐसे में अब इसका जिम्मा नगर निगम का है। वैसे भी एक बार पूर्व में भी ब्रिज के बीच के हिस्से में कट लगाने को लेकर बात उठी थी तो हमने उसे तकनीकी रूप से गलत बताया था। - गिरजेश शर्मा, ईई, ब्रिज सेक्शन, पीडब्ल्यूडी

मूल एजेंसी को ही करना है इसमें बदलाव

राजेंद्रनगर ब्रिज पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी से निगम को हैंड ओवर किया गया है। मूल रूप से डिजाइन या किसी भी तरह का बदलाव मूल एजेंसी को ही करना रहता है। अब इसमें गुरुवार को साइड विजिट कर आला अधिकारियों को जानकारी दी जाएगी। - अनूप गोयल, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम

एक्सपर्ट... दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहेगी

ब्रिज में ऊपर के हिस्से में कट नहीं दे सकते और ना ही सिग्नल लगाए जा सकते हैं। ब्रिज पर सीधे हाथ की तरफ मुड़ना नियम के अनुसार गलत होता है। साथ ही उससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। ऐसे में लोगों को मजबूरन रॉन्ग साइड उतरना पड़ रहा है। इसकी वैकल्पिक व्यवस्था होना चाहिए। - अतुल सेठ, ऑर्किटेक्ट

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