चोइथराम ट्रस्ट को लेकर रजिस्ट्रार पब्लिक ट्रस्ट के पास पहुंची शिकायत के बाद इसमें सुनवाई शुरू हो चुकी है। ट्रस्ट ने 2013-14 से 2019-20 तक की ऑडिट रिपोर्ट पेश है। इसके मुताबिक ट्रस्ट का लाभ, जो साल 2013-14 में 1 करोड़ 90 लाख रुपए था, वह 52 फीसदी बढ़कर 2 करोड़ 89 लाख रुपए प्रति साल हो गया है। अस्पताल चलाने से ट्रस्ट को सवा दो करोड़ का मुनाफा हुआ है।
साल 2013-14 के दौरान ट्रस्ट की नेटवर्थ बुक वैल्यू के हिसाब से 54 करोड़ 18 लाख रुपए थी, जो मार्च 2020 में बढ़कर 64 करोड़ 33 लाख रुपए हो चुकी है। हालांकि असल नेटवर्थ इससे कई गुना अधिक है। कारण यह कि इसमें संपत्तियों की कीमत पुरानी रजिस्ट्री कीमतों के आधार पर ही दर्ज है, जबकि आज चोइथराम ट्रस्ट के पास मौजूद जमीन की कीमत ही कई गुना अधिक हो चुकी है। इसमें भी चोइथराम अस्पताल की नेटवर्थ ही सबसे ज्यादा 61 करोड़ 88 लाख रुपए की है। नर्सिंग की 2 करोड़ 99 लाख रुपए और पेरामेडिकल व साइंस की माइनस 54 लाख रुपए की है।
निवेश साढ़े तीन गुना बढ़ गया
2014 में ट्रस्ट का निवेश 16 करोड़ 37 लाख रुपए था, जो मार्च 2020 की स्थिति में साढ़े 3 गुना बढ़कर 57 करोड़ 62 लाख हो चुका है। बचत खाते में राशि 46 लाख से बढ़कर सवा दो करोड़ रुपए और एफडी 32 लाख से बढ़कर 2 करोड़ हो गई है।
इस सप्ताह होगी सुनवाई
ट्रस्ट सदस्य बनाए जाने और जानकारी देने के मुद्दे को लेकर ट्रस्ट कोर्ट में हुई शिकायत पर अब एसडीएम की कोर्ट में इस सप्ताह सुनवाई की तारीख लगी है। बीती सुनवाई पर केवल ऑडिट रिपोर्ट ही सबमिट हुई थी।
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