चार साल बाद डीपीआई ने प्रदेशभर के स्कूलों में उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षकों की फाइनल चयन सूची जारी करने के साथ ही स्कूल अलॉटमेंट एवं नियुक्ति शुरू कर दी, वहीं जनजातीय विभाग में फाइनल चयन सूची और स्कूल अलॉटमेंट की प्रक्रिया कब शुरू होगी, यह तय नहीं है।
चयनित शिक्षकों का कहना है कि अधिकारी उन्हें कोई जवाब नहीं दे रहे। जनजातीय विभाग भा टाल रहा है। शिवम जोशी, राहुल भदौरिया सहित सैकड़ों युवाओं का कहना है कि विभाग के रवैये से निराशा बढ़ती जा रही है। जनजाति विभाग में हायर सेकंडरी के 2200 एवं मिडिल स्कूलों के 5704 पदों पर शिक्षकों को जॉइनिंग दी जाना है।
- 10506 स्कूल में 5 लाख से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं
- 5760 स्कूलों को मर्ज करने की योजना, यानी भविष्य में 4746 स्कूल ही संचालित किए जाएंगे।
एक दो दिन में लिस्ट आएगी
चयनित शिक्षकों की जॉइनिंग प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। अंतिम लिस्ट की जांच अंतिम दौर में है। एक दो दिन में जारी हो जाएगी।
- पल्लवी जैन गोविल, प्रमुख सचिव, आदिम जाति कल्याण विभाग, मप्र
चयनित युवा बोले- आखिर और कब तक करें इंतजार
हजारों युवाओं को कब तक अधर में रखेंगे
जब डीपीआई ने प्रक्रिया शुरू कर दी है तो दूसरे विभाग को क्या परेशानी है? जनजातीय विभाग 8000 युवाओं को कब तक अधर में लटकाए रखेगा?
- नवीन श्रीवास्तव, चयनित शिक्षक जनजातीय विभाग, गुना
विलंब से शादी-ब्याह तक लंबित हो रहे
जॉइनिंग प्रक्रिया की जानकारी मांग रहे हैं, लेकिन विभाग जवाब नहीं दे रहा। इसके चलते शादी-ब्याह से लेकर कई कार्यक्रम लंबित हो रहे हैं।
- तरुण श्रीवास्तव, चयनित शिक्षक, शिवपुरी
जिम्मेदार अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं
चयनित शिक्षक लगातार फाइनल चयन सूची जारी कर उन्हें नियुक्ति देने की मांग कर रहे हैं, विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं।
- सुमन राजपूत, चयनित शिक्षक, इंदौर
विभाग हमारी सुध ही नहीं ले रहा
शिक्षक पात्रता परीक्षा में सिलेक्ट होने के बाद भी नौकरी का इंतजार है, लेकिन विभाग हमारी सुध नहीं ले रहा है।
- तबस्सुम शाहीन, चयनित शिक्षक, छिंदवाड़ा
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