भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले रूट एम्स से सुभाष नगर के बीच 426.67 करोड़ रुपए से 8 स्टेशन बनेंगे। इसका भूमि पूजन शुक्रवार शाम 4 बजे CM शिवराज सिंह चौहान ने किया। 8 में से 2 स्टेशन पर इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं होंगी। CM ने कहा कि सितंबर 2023 तक भोपाल में मेट्रो दौड़ने लगेगी। स्टेशन बनने से करीब 7 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। वहीं, मेट्रो भोपाल की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदल देगी।
मंच पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा, कृष्णा गौर, BJP जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी आदि भी मौजूद थे। CM शिवराज ने कहा कि सभी स्टेशन सौर ऊर्जा से जगमगाएंगे। इससे बिजली की बचत भी होगी।
CM ने फिर दोहराया कि कोरोना के सभी प्रतिबंध खत्म कर दिए हैं, लेकिन सावधानियां बरतना है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क लगाकर रखें। उन्होंने सभी को वैक्सीन लगवाने की अपील की। यदि सावधानियां नहीं बरतीं, तो संक्रमण बढ़ेगा और फिर से प्रतिबंध लगाना पड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने बिजली बचाने की भी अपील की।
गमले तोड़ने से CM नाराज
PM नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल आए थे, इसलिए नगर निगम ने कई जगह पौधों के गमले रखे थे, लेकिन कई गमलों को कुछ आसामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। इस पर CM ने नाराजगी जताई। उन्होंने मंच से ही ऐसे लोगों को ढूंढकर कार्रवाई के निर्देश पुलिस को दिए।
2 स्टेशन खास होंगे
एम्स से सुभाष नगर तक 6.22 किमी के मेट्रो के प्रायोरिटी रूट पर स्टेशनों निर्माण भी शुरू हो जाएगा। इन्हें तमिलनाडु की कंपनी यूआरसी कंस्ट्रक्शन बनाएगी। दो स्टेशन सबसे खास होंगे। डीबी सिटी और रानी कमलापति स्टेशन के पास मेट्रो स्टेशन का इंटीरियर डेकोरेशन बाकी स्टेशनों से अलग होगा। यात्रियों को बैठने और लगेज कैरी करने के लिए इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं मिलेंगी। इन दोनों स्टेशन का फ्रंट एलिवेशन भी दूसरे स्टेशनों से अधिक आकर्षक होगा।
यहां पर फसाड लाइट से डेकोरेशन किया जाएगा। विशेष अवसरों पर थीम के अनुसार सजावट होगी। केवल रानी कमलापति स्टेशन के भीतर और बाहर आने जाने के लिए स्काई वॉक बनाया जाएगा। इस स्टेशन का नाम भी रानी कमलापति रखा जाएगा
2018 में शुरू हुआ था सिविल वर्क
साल 2018 में एम्स से सुभाष नगर अंडरब्रिज तक 6.22 किमी के रूट पर सिविल वर्क शुरू हुआ था। हालांकि मेट्रो प्रोजेक्ट का शिलान्यास 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया था।
यहां बनेंगे स्टेशन
एम्स से सुभाष नगर अंडरब्रिज तक जो आठ स्टेशन बनने हैं उनमें एम्स, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस, हबीबगंज स्टेशन, डीबी सिटी, एमपी नगर जोन-1, आयकर भवन और सुभाष नगर अंडरब्रिज शामिल हैं। दो साल में यह स्टेशन बनाने का टारगेट रखा गया है। मेट्रो ट्रेन के स्टेशन 100 मीटर लंबे और कम से कम 14 मीटर चौड़े होंगे। हबीबगंज रेलवे स्टेशन और डीबी सिटी जैसे चहल-पहल वाले स्थानों पर फुटओवर ब्रिज (एफओबी) भी बनाए जाएंगे।
वहीं, सुभाष नगर आरओबी के पास डिपो बनाया जा रहा है। यहां पर एकसाथ 4 मेट्रो ट्रेन खड़ी की जा सकेगी।
ये विशेषताएं होंगी मेट्रो स्टेशन की
- सभी स्टेशनों को ग्रीन बिल्डिंग की प्लेटिनम रेटिंग के आधार पर बनाया जाएगा यानी इन स्टेशनों पर बिजली का जितना उपयोग होगा उतनी यह स्वयं जनरेट करेंगे। यहां रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी होगा।
- हर स्टेशन पर मॉल की तरह सेंट्रल एयर कॉनकोर्स होगा। इसमें एटीएम, फूड कोर्ट, कैफे से लेकर मोबाइल रिचार्ज तक की सुविधाएं मिलेंगी।
- हर स्टेशन पर ई-रिक्शा, पब्लिक बाइक शेयरिंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बस और पिकअप ड्रॉप जैसी सुविधाएं भी रहेंगी
- सीसीटीवी, मेटल डिटेक्टर, फुटपाथ, एस्केलेटर, ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन के साथ दिव्यांगों के लिए भी सुविधाएं स्टेशनों पर होंगी।
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