- इंदौर में 50 जगह और यूपी, बंगाल, गुजरात, मुंबई में भी दबिश
आयकर विभाग की इन्वेस्टीगेशन विंग इंदौर ने गुरुवार को खनन व केबल कारोबार से जुड़े डिजियाना ग्रुप और कोचिंग कौटिल्य एकेडमी के यहां छापे मारे। टीम 70 ठिकानों पर पहुंची, इसमें इंदौर के 50 स्थान हैं। टीम ने डिजियाना ग्रुप से जुड़ी विविध कंपनियों, पार्टनर और उनके दफ्तरों की जांच के लिए भोपाल, यूपी, बंगाल, मुंबई में दो-दो जगह, गुजरात में तीन जगह कार्रवाई की।
इस दौरान नकदी, ज्वेलरी और कई लॉकर का पता चला है। कौटिल्य एकेडमी में जांच के लिए टीमें भोपाल, सागर, ग्वालियर और जबलपुर भी पहुंची हैं। कम आय दिखाने के मामले में विभाग ने कौटिल्य ग्रुप डायरेक्टर श्रीद्धांत जोशी के इंदौर स्थित विद्यानगर घर के साथ ही कोचिंग की अलग-अलग शाखाओं पर हिसाब जांचा।
ये बात सामने आई है कि डिजियाना ग्रुप ने अपनी आय को विविध कंपनियों में लगाया और इसमें करोड़ों की एंट्री इधर से उधर की गई। इसके चलते पूरे ग्रुप और उनसे जुड़ी कंपनियों, डायरेक्टरों को जांच में लिया है। ग्रुप की अलग-अलग 12 कंपनियां हैं, जो रियल सेक्टर, खनन से लेकर सब्जी, फल बेचने तक का कारोबार करती हैं, इसलिए डिजियाना के साथ उमब्रा और पृथ्वी माइनिंग कंपनियां भी जांच के घेरे में हैं।
एम्यूजमेंट पार्क बनाने वाले थे
आयकर विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक उमब्रा और पृथ्वी ग्रुप से जुड़े करण ठाकुर ने खनन से कमाई हुई राशि को डायवर्ट कर कई जगह जमीनें खरीदीं, इसमें एक 150 बीघा जमीन भी है। ये बात भी सामने आई कि सड़क बनाने के ठेके दूसरों के नाम पर लिए, काम खुद ही संभालते हैं।
सांवेर रोड पर एक मॉल में भी हिस्सेदारी बताई जा रही है। कुछ जगह स्कूलों में भी इन्होंने पैसे लगाए हैं। मनीषी और करण मिलकर एक बड़ा एम्यूजमेंट पार्क भी लाने की तैयारी कर रहे थे। इसके लिए ये दोनों अमेरिका जाकर प्लानिंग देखकर आए थे।
कई खदानें हो गई थी बंद
2019 में हाईकोर्ट में ग्रीन बेल्ट में खदान चलाने को लेकर याचिका दायर हुई थी। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद कई खदानें प्रशासन ने बंद करवा दीं। इसमें उमब्रा और पृथ्वी ग्रुप को मिली कई खदान शामिल थीं। इसी ग्रुप के पास रेवती रेंज की विवादित खदान भी थी।
दो माइनिंग कंपनियां भी जांच के दायरे में
मिली जानकारी के मुताबिक उमब्रा कंपनी में सुखदेव सिंह घुम्मन के साथ करण सिंह ठाकुर, हेमंत ठाकुर, तेजिंदर पाल घुम्मन, मंथन दलोद्रा और मनीषी श्रीवास्तव भी हैं। इन सभी के यहां टीम ने कार्रवाई की। इन कंपनियों में गुडरिक ग्रुप के मोहन लुधियानी और घनश्याम लुधियानी जुड़े हैं। इन्हें भी जांच में लिया है।
लुधियानी, ठाकुर व अन्य की 10 से ज्यादा कंपनियां हैं, जिसमें केशव व कमल नाचानी साथ हैं। आयकर विभाग की टीमें इन सभी को लिंक करते हुए छापे का दायरा बढ़ाते जा रही है। मनीषी भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पीए भी हैं।
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