गुरुवार को दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। जानकारों का कहना है कि इस बार दिवाली पर प्रीति और आयुष्मान तुला राशि पर चतुष्ग्रही योग के साथ स्वग्रही शनि और राहु-केतु योगों के कारण बेहद शुभ रहने वाली है। प्रीति योग के कारण जहां आपसी सौहार्द बढ़ेगा। वहीं, आयुष्मान योग से रोगों से मुक्ति मिलेगी। इस तरह दिवाली हर किसी के लिए खुशियों की रोशनी से जगमग करने वाला साबित होगी। शुभ योग-संयोग के साथ ही लोग घरों और प्रतिष्ठानों पर शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करेंगे। देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी।
ज्योतिर्विद पं. सोमेश्वर जोशी के अनुसार 4 नवंबर को दिवाली के दिन सूर्योदय 6.30 बजे और अमावस्या तिथि का मान पूरे दिन और रात में 3.32 बजे तक है। चित्रा नक्षत्र सुबह 8.12 बजे तक रहेगा। इसके बाद स्वाती नक्षत्र, प्रीति योग दिन में 12.40 बजे तक रहेगा। फिर आयुष्मान योग है। जानकार बताते हैं कि प्रीति योग से लोगों में आपसी सौहार्द बढ़ेगा, तो आयुष्मान योग से रोगों से छुटकारा मिलेगा।
इस योग के कारण मनाई जाती है दिवाली
पं. जोशी के अनुसार ज्योतिषीय दृष्टि से देखें, तो प्रदोष कल से लेकर मध्य रात्रि तक रहने वाली अमावस्या श्रेष्ठ है। साथ ही, दिवाली तब मनाई जाती है, जब सूर्य और चंद्र तुला राशि पर स्थित हो अर्थात कार्तिक अमावस्या। ब्रह्म पुराण के अनुसार इस दिन देवी लक्ष्मी प्रदोष काल से लेकर मध्य रात्रि तक पृथ्वी लोक में भ्रमण करती हैं। जहां स्वच्छता, प्रज्वलित दीप और लक्ष्मी पूजन हो रहा हो, वहां वर्ष भर निवास करती हैं। यह महारात्रि 4 महारात्रियों में से एक है।
सूर्योदय अनुसार दीपावली और लक्ष्मी पूजन के श्रेष्ठ मुहूर्त
ज्योतिर्विद के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त शाम को 5.47 से 8.20 बजे तक है यानी 2 घंटे 7 मिनिट तक है। इसमें प्रदोष काल 5.47 से 8.20 बजे तक। वहीं स्थिर वृषभ लग्न मुहूर्त 6.22 से 8.20 बजे तक है। वहीं दीपावली महानिशीथ काल मुहूर्त में लक्ष्मी पूजा रात 11.44 से 12.35 बजे तक। इसमें स्थिर सिंह लग्न मुहूर्त रात 12.50 से 3.20 बजे तक रहेगा।
दिपावली शुभ चौघड़िया मुहूर्त
सुबह मुहूर्त (चल, लाभ, अमृत) 6:34 से 10:45 तक
दोप. शुभ मुहूर्त 12:10 से 1:34 तक
शाम मुहूर्त (चर): 4:22 से 5:47 तक
रात मुहूर्त (लाभ): 08:49 से 10:26 तक
रात मुहूर्त (शुभ): 12:04 से 1:42 तक
रात मुहूर्त (अमृत): 1:42 से 3:20 तक
रात मुहूर्त (चर): 3:20 से 4:58 तक
मंदिरों में दर्शन करने जाएंगे भक्त
दीपावली के पर्व पर शहर के महालक्ष्मी मंदिरों में भक्तों का तांता लगेगा। भक्त माता लक्ष्मी के मंदिरों में परिवार के साथ दर्शन करने जाएंगे। उषा नगर स्थिति महालक्ष्मी मंदिर के अध्यक्ष राजकुमार राठौर के मुताबिक यहां दीपावली को सुबह 8 से 9 बजे तक महालक्ष्मी पूजन रहेगी। 9 बजे महाआरती होगी। उसके बाद पूरे दिन व पूरी रात महालक्ष्मी के दर्शन खुले रहेंगे। महालक्ष्मी जी गोल्डन सिंहासन पर विराजेगी व मंदिर में रामेश्वर धाम के भी दर्शन होंगे।
रातभर खुला रहेगा महालक्ष्मी मंदिर
राजबाड़ा स्थिति महालक्ष्मी मंदिर के पुजारी पंडित दिनेश उज्जैनकर के मुताबिक सुबह 4 बजे से देवी लक्ष्मी का अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद मां का श्रृंगार किया जाएगा। सवा 9 बजे आरती की जाएगी। शाम को पूजन अर्चन कर मां को 56 भोग लगाया जाएगा। रात करीब 8 बजे मां की आरती होगी और भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा। देवी लक्ष्मी के दर्शन करने के लिए रातभर मंदिर खुला रहेगा।
0 टिप्पणियाँ