हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में लंबे समय से डिवीजन और सिंगल बेंच में सुनवाई कर रहे जस्टिस शैलेंद्र शुक्ला मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए। उनकी कोर्ट की खास बात यह थी कि माहाैल खुशनुमा बना रहता था। प्रकरणों में कमी-पेशी होने पर वह वकीलों से नाराज नहीं होते, उन्हें उसी समय सुधार करने का मौका देते थे। कोर्ट में लगने वाले हर केस को वह सुन जरूर लेते थे। जस्टिस शुक्ला के रिटायर होने के बाद इंदौर खंडपीठ में जजेस की संख्या 7 रह गई है।
अंतिम दिन डिवीजन बेंच में 43 मामले सुने
19 नवंबर 2018 को जस्टिस शैलेंद्र शुक्ला को हाई कोर्ट जज बनाया था। मंगलवार को डिवीजन बेंच में 43 मामलों की सुनवाई की। शाम साढ़े चार बजे विदाई समारोह हुआ। परंपरा अनुसार उनकी कार को धक्का लगाया। अभिवादन स्वीकार कर वे रवाना हुए।
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