शहर में दूसरे डोज 70% हो गया है, लेकिन बाकी 30 % जो लोग बचे हैं, उसे लेकर प्रयास जारी हैं। अब औद्योगिक व व्यवसायिक संस्थानों के स्टाफ के वैक्सीनेशन की स्थिति जानने के लिए प्रशासन ने और कसावट की है। इसके तहत कलेक्टर मनीष सिंह ने जिले के सभी लेबर इंस्पेक्टरों को इसकी जिम्मेदारी दी है। सभी इंस्पेक्टर सभी संस्थानों में जाकर वैक्सीनेशन की स्थिति चेक करेंगे।
10 नवंबर से दूसरे डोज के लिए शुरू हुए अभियान के दौरान करीब 12 लाख लोग ऐसे थे, जिनकी दूसरे डोज की ड्यू अवधि खत्म हो चुकी थी। कलेक्टर ने बताया कि अभी भी करीब 6.50 लाख लोग बाकी हैं, जिन्हें दूसरा डोज लगना जरूरी है। इसी कड़ी में अब जिले के सभी औद्योगिक व व्यवसायिक संस्थानों के संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने यहां के सभी कर्मचारियों के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट काउंटर पर रखें। अब लेबर इंस्पेक्टर संस्थानों आकर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट चेक करेंगे।
अपील की है कि जिन लोगों ने दूसरा डोज नहीं लगवाया है, वह लगवा लें। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने दूसरा डोज नहीं लगवाया है, उन्हें राशन, बसों में सफर के लिए टिकट, सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इसी तरह, कंपनियों ने यह सिस्टम बना लिया है कि जो लोग दोनों डोज नहीं लगाएंगे, उन्हें काम पर नहीं रखा जाएगा।
रेडिमेड गारमेंट्स पर दोनों डोज लगे होने पर ग्राहकों को उपहार
उधर, जिला प्रशासन के दोनों डोज अभियान को प्रमोट करने के लिए शहर के प्रतिष्ठित अक्षय गारमेंट्स ने वैक्सीन के दोनों डोज लगे होने वाले ग्राहकों को सम्मानित करने और उपहार देने का सिलसिला शुरू किया है। संचालक पार्थ अक्षय जैन ने बताया कि जिंदगी स्वस्थ और बेहतर रहें, इस के मंत्र के साथ ऐसे ग्राहक जिनके दोनों डोज लग चुुके हैं। उनके लिए उपहार योजना शुरू की है। योजना लागू करने का उद्देश्य वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने की अनिवार्यता को बल देना है।
42 हजार डोज के साथ 21.33 से ज्यादा लोगों का दूसरा डोज हुआ पूरा
इस बीच, मंगलवार को जिले में 461 सेंटरों पर वैक्सीनेशन हुआ। इसके तहत 42533 हजार लोगों ने वैक्सीन लगाई। इसके साथ ही अब तक 30,09,715 लोगों को पहला डोज हो चुका है। ऐसे 21,33,710 लोगों (70 % से ज्यादा) को दोनों डोज लग चुुके हैं। वैसे, अब ऐसे लोग जिन्होंने दोनों डोज नहीं लगाए हैं, उन्हें कोवीशील्ड वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी क्योंकि इसकी अवधि 84 दिनों की होती है।
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