कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के चुनाव लूटने वाले बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। शिवराज ने कहा कि कमलनाथ उपचुनाव में हार पचा नहीं पा रहे हैं। वे कांग्रेस के खिसकते जनाधार से बौखला गए हैं। यह जनता, जनादेश और लोकतंत्र का अपमान है। जनादेश का अपमान है, लोकतंत्र का अपमान है, कांग्रेस और कमलनाथ जी हार पचा नहीं पा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आखिर जनता ने बीजेपी को वोट दिया है। क्या पृथ्वीपुर और जोबट की जनता को अपमानित करने का हक कमलनाथ को है? वे लोकतंत्र का मजाक उड़ा रहे हैं। क्या जनता लूटती है, चुनाव? मैं कमलनाथ के इस बयान की मैं घोर निंदा करता हूं। राजनीति में हार और जीत लगी रहती है; खिलाड़ी भाव से रहना चाहिए।
कमलनाथ ने बुधवार को मप्र में विधानसभा और लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के परिणामों को लेकर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने रैगांव में धन्यवाद सभा को संबांधित करते हुए कहा था- बीते 5 महीने में कई उपचुनाव हुए, लेकिन जोबट, पृथ्वीपुर की कहानी अलग है। वहां चुनाव जीता नहीं लूटा गया है। हमने रैगांव में 313 में से 200 बूथ जीते हैं।
कमलनाथ ने कहा कि रैगांव को भाजपा का गढ़ कहा जाता था, लेकिन लोगों ने साबित किया कि रैगांव की जनता सीधी है, बेवकूफ और बिकाऊ नहीं। भाजपा उन्हें खरीद नहीं सकती। शिवराज सिंह चुनाव नतीजों के बाद घोषणाएं कर रहे हैं, लेकिन पुरानी घोषणाओं का क्या होगा? वे झूठी घोषणाओं में माहिर हैं।
जनजातीय गौरव दिवस मनाने से भी कांग्रेस को तकलीफ
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस और कुछ और लोगों को एक और तकलीफ हो रही है कि भारतीय जनता पार्टी जनजातीय गौरव दिवस क्यों मना रही है? मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं।, क्याेंकि उन्होंने आजादी के जननायक बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, रघुनाथ शाह- शंकर शाह,भीमानायक और खाज्या नायक के योगदान के लिए पूरे देश में जनजातीय दिवस मानने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि 15 से 22 नवंबर तक जनजातीय गौरव दिवस न केवल जनजातीय महानायकों को श्रद्धांजलि होगी। बल्कि आदिवासी समुदाय के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण के लिए मील का पत्थर साबित होगा। लेकिन कांग्रेसियों के पेट में दर्द हो रहा है कि इस समुदाय को भोपाल क्यों बुलाया जा रहा है? सरकार इस पर क्यों खर्च कर रही है?
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