इंदौर के राजनीतिक हलकों में सांसद शंकर लालवानी और विधायक आकाश विजयवर्गीय की नजदीकियां चर्चाओं में है। पिछले कई दिनों से सांसद ने दो नंबर और 3 नंबर विधानसभा क्षेत्रों के कई कार्यक्रमों में शिरकत की। इस दौरान दोनों एक ही मंच पर भी दिखे।
आकाश विजयवर्गीय के विधायक बनने के बाद यह पहला मौका है, जब विजयवर्गीय दो नंबर विधानसभा के भाजपा नेताओं से ज्यादा सांसद लालवानी के करीबी बनते जा रहे हैं। भले ही, यह गुटीय स्थिति न हो, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे लेकर चर्चा है कि दोनों की नजदीकियां बढ़ने से विकास कार्यों को गति मिलेगी। इससे पार्टी को भी मजबूती मिलेगी।
लोकसभा टिकट को लेकर चल रही थी खींचतान
पिछले लोकसभा चुनाव में इंदौर से प्रत्याशी को लेकर लंबी खींचतान चली थी। फिर इस सीट से 8 बार की प्रत्याशी रही सुमित्रा महाजन ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चुनाव नहीं लड़ने की मंशा जाहिर की थी। इस बीच, इस सीट के लिए कई नामों पर चर्चा होती रही, जिसमें भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय का नाम सबसे ऊपर था। तब विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें पार्टी ने मालवा निमाड़ की जिम्मेदारी दी गई थी।
इस बीच, पार्टी ने शंकर लालवानी को टिकट देकर चौंका दिया। लालवानी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पसंद है। लालवानी ने यह चुनाव 5.50 लाख वोटों से जीता था। वैसे, लालवानी तब भी निर्विवाद थे। यही नहीं, कैलाश विजयवर्गीय से उनके अच्छे रिश्ते रहे हैं। यह राजनीतिक संबंध उस दौरान से हैं जब कैलाश विजयवर्गीय महापौर थे और लालवानी निगम सभापति, तभी से दोनों के रिश्ते कायम हैं।
इधर, इस बार विधानसभा चुनाव में आकाश विजयवर्गीय को टिकट दिलाया गया। इसके लिए पहले विधानसभा 2 जहां मेंदोला सबसे ज्यादा वोटों से जीतते आए हैं, वहां के लिए कोशिशें हुई। फिर पार्टी स्तर पर मंथन हुआ। इस सीट से फिर से मेंदोला को टिकट दिया गया।
उधर, विधानसभा 3 से विधायक रहीं उषा ठाकुर का क्षेत्र बदलकर उन्हें महू से टिकट दिया। आकाश विजयवर्गीय को विधानसभा 3 से चुनाव लड़ाया गया, जिसमें वे विजयी हुए। उस दौरान विधानसभा 2 का बड़ा गुट मेंदोला के प्रचार में लगा, तो दूसरा आकाश विजयवर्गीय के लिए जिसे राजनीतिक गलियारों में गुटीय रूप में लिया गया।
अब बदले समीकरण
अब समीकरण कुछ बदले हैं। विजयवर्गीय की काफी समय से लालवानी के साथ सक्रियता बनी हुई है। विधानसभा 3 के किसी भी कार्यक्रम में जाने के लिए लालवानी आगे रहते हैं। हाल में इंदौर-उज्जैन मेमू ट्रेन के लोकार्पण में न केवल दोनों साथ में थे, बल्कि इसमें पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी अतिथि के रूप में थीं, जबकि विधायक रमेश मेंदोला नहीं थे।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले से महाजन व विजयवर्गीय में विचारधाराओं के कारण दूरियां रही हैं, लेकिन अब आकाश विजयवर्गीय भी ताई के साथ कई अवसरों पर रहे। इधर, शुक्रवार को शासकीय अहिल्या सेंट्रल लाइब्रेरी के हीरक जयंती समारोह में एक बार फिर लालवानी व आकाश विजयवर्गीय ने साथ में शिरकत की। इसके अलावा, कई बार अलग-अलग बैठकों में भी साथ में रहे।
विधानसभा 2 व 3 के नेताओं में दूरियां
विधानसभा 2 के विधायक रमेश मेंदोला व विधानसभा 3 के विधायक आकाश विजयवर्गीय भले ही एक क्षेत्र के रहवासी हों, लेकिन इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के कुछ नेताओं के बीच पहले जैसी ट्यूनिंग नहीं होने की बात भी सामने आई है। हालांकि, राजनीतिक अवसरों पर सीधे तौर पर यह बात सामने नहीं आती, लेकिन अंदरूनी चर्चाएं जरूर हैं।
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