जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने बुधवार को भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से भेंट की। उन्होंने इंदौर में MYH के अंतर्गत विभिन्न प्रस्तावित कार्यों की जानकारी दी और आग्रह किया कि इन कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करें। उन्होंने कहा कि मालवा-अंचल का यह अस्पताल आम आदमी की चिकित्सा के लिए लोकप्रिय एवं उपयोगी अस्पताल है। यहां विभिन्न तरह के डेवलपमेंट काम प्रस्तावित हैं।
मंत्री सिलावट ने बताया कि MTH पूर्व में 120 बेड का हॉस्पिटल था, जिसमें नवीन हॉस्पिटल का निर्माण किया गया हैं। जिसकी कुल बेड क्षमता 450 है। इसमें से 16 बेड का ICU, 60 बेड का बच्चों के लिए NICU, 350 बेड का जनरल वॉर्ड एवं 24 बिस्तर प्राइवेट रूम के रहेंगे। इओबएसटी एंड गाइनेकोलॉजिस्ट, न्यू बोर्न, (महिला, व नवजात शिशुओं) के इलाज के लिए 450 बेड व्यवस्था रहेगी। साथ ही नवजात शिशुओं के लिए मदर मिल्क बैंक भी बनाया गया है। इस हॉस्पिटल के डेवलपमेंट पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
एसे ही सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल इन्दौर में स्थापित नवीन कार्डियक कैथ लैब का लोकार्पण किया जाना है, जिसकी लागत 6.41 करोड़ रु. है। यहां नेफ्रोलॉजी विभाग के साथ नवीन डायलिसिस यूनिट का लोकार्पण किया जाना है जिसकी अनुमानित लागत 61 लाख रुपए हैं। प्रारंभिक तौर पर छ: अत्याधुनिक मशीनों के प्रयोग से किडनी रोगों के मरीजों का उपचार किया जाएगा। हीमोडियालीसिस से पेरिटोनियल डायलिसिस के लिए एक रूम आरक्षित किया गया है एवं किडनी बाओप्सी जैसी अन्य नेफ्रोलॉजी संबंधित सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं।
MYH में स्थापित नवीन अत्याधुनिक वातानुकूलित मर्चुरी का लोकार्पण जाना है। पूर्व में केवल 16 शव रखने की व्ययवस्था थी जिसे बढ़ाकर 48 शव रखने की व्यवस्था की गई है। 32 शव रखने का कोल्ड चैम्बर कक्ष बनाया गया है जो की हाईड्रोलिक मर्चुरी डेड बॉडी लिफ्टर ट्राली के साथ है। इसमें हर रैक में 4 शव रखे जा सकते हैं। ऐसे 8 रैक्स स्टेनलैस स्टील की स्लाइडिंग ट्राली के साथ बनाए गए हैं। लिफ्टर ट्राली हाईड्रोलिक सिस्टम से काम करती हैं, जिससे शव को आसानी से ऊपर तक की रैक में रखा एवं उतारा जा सकता हैं। 16 शव रखने के लिए 4 कोल्ड चेम्बर खरीदे गए हैं जि समें 0 से 4 डिग्री सेल्सीयस तापमान तक शव रखे जा सकते हैं। परिसर में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए गए हैं। चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में मरीजोों को सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का लोकार्पण किया जाना हैं।
MYH में स्थापित पुराने इमरजेन्सी एवं ट्रॉमा सेंटर को तोडकर, पीजी अपग्रेडेशन प्रोग्राम हेतु प्राप्त बजट में से नए नवीन ट्रॉमा सेंटर एवं इमरजेन्सी विभाग की स्थापना के लिए शिलान्यास किया जाना है। ऐसे ही एमजीएम मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध अस्पतालों स्थापित फिजियोलॉजी विभाग, पैथोलॉजी विभाग, बॉयोकेमेस्ट्री विभाग, फॉर्माकोलॉजी विभाग, माईक्रोबॉयोलॉजी विभाग, वाइरोलॉजी लैब, डाइग्नोस्टिक लैब के लिए प्रस्तावित नवीन अकादमिक भवन की चौथी एवं पांचवी मंजिल पर नवीन निर्माण किया जाना स्वीकृत किया गया है।
मानसिक अस्पताल बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
सिलावट ने सीएम को अवगत कराया कि मानसिक हॉस्पिटल के भवन निर्माण के लिए 22.29 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। ऐसे ही 25 नए पद मंजूर किए गए हैं। कैंसर अस्पताल का भवन जर्जर हो चुका है। अस्पताल में पुरानी कोबाल्ट पद्धति से ही मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में इन्दौर एवं इन्दौर के आस-पास के सैकड़ों कैंसर के मरीज इन्दौर आकर इलाज करवाते हैं। अब शहर को एक 400 बिस्तरों का सर्वसुविधायुक्त नवीन कैंसर अस्पताल के निर्माण की आवश्यकता है।
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