प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रिटेल डायरेक्ट स्कीम और इंटीग्रेटेड ओम्बड्समैन स्कीम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लॉन्च किया। RBI की रिटेल डायरेक्ट स्कीम से जहां गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में रिटेल पार्टिसिपेशन बढ़ेगा तो वहीं इंटीग्रेटेड ओम्बड्समैन स्कीम का मकसद शिकायतों को दूर करने वाली प्रणाली में और ज्यादा सुधार लाना है।
रिटेल डायरेक्ट स्कीम
अभी कोई भी रिटेल इन्वेस्टर गवर्नमेंट सिक्योरिटी और बॉन्ड्स में सीधे निवेश नहीं कर सकता। केवल बैंक और संस्थागत निवेशक ही निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम के जरिए अब आम निवेशक भी गवर्नमेंट सिक्योरिटी और बॉन्ड्स में निवेश कर सकेंगे। यानी आपको निवेश के लिए नया मार्केट मिलेगा।
रिटेल डायरेक्ट स्कीम के आने के बाद गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश के लिए आपको गिल्ट अकाउंट ओपन करना होगा। ये अकाउंट फ्री में ओपन होगा। अकाउंट को RBI मैनेज करेगा और इसको आप ऑनलाइन ही ऑपरेट कर पाएंगे। आसान भाषा में समझें तो ये आपके बैंक अकाउंट जैसा ही होगा।
RBI रिटेल डायरेक्ट स्कीम की घोषणा इस साल 5 फरवरी को की गई थी। स्कीम की घोषणा करते हुए RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसे महत्वपूर्ण नीतिगत सुधार बताया था।
इंटीग्रेटेड ओम्बड्समैन स्कीम
रिजर्व बैंक इंटीग्रेटेड ओम्बड्समैन स्कीम (RB-IOS) का उद्देश्य शिकायत निवारण तंत्र में और सुधार करना है। स्कीम के जरिए केंद्रीय बैंक की विनियमित संस्थाओं के ग्राहकों की शिकायतों का समाधान बेहतर तरीके से किया जाएगा। स्कीम की सेंट्रल थीम 'वन नेशन वन ओम्बड्समैन' पर आधारित है।
इसके तहत एक पोर्टल, एक ई-मेल और एक पता होगा, जहां ग्राहक अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। आप अपनी शिकायतों की स्थिति जान सकेंगे और फीडबैक दे सकेंगे। मल्टी-लिंगुअल टोल-फ्री नंबर भी दिया जायेगा। इसके जरिए आपको शिकायतों का समाधान करने और शिकायतें दर्ज करने से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी मिल सकेगी।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और RBI गवर्नर शक्तिकांत दास भी शामिल होंगे।
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