कोरोना लहर में हुईं मौतों के सरकारी रिकॉर्ड की पोल अब कोविड अनुग्रह राशि के लिए आ रहे आवेदन खोल रहे हैं। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार इंदौर जिले में मार्च 2020 से अब तक कोरोना से 1393 मौत हुई हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद परिजन को 50 हजार की अनुग्रह राशि देने के लिए प्रशासन के पास पहुंचे आवेदन कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहे हैं।
मंगलवार तक करीब 5 हजार आवेदन पहुंच चुके हैं। यह सरकारी रिकॉर्ड की मौतों से साढ़े तीन गुना ज्यादा है। अभी आवेदन आने की प्रक्रिया जारी है। आवेदन अधिक आने पर स्क्रूटनी के लिए एडीएम पवन जैन व योजना प्रभारी व अपर कलेक्टर राजेश राठौड़ ने जांच दल भी बढ़ाया। अब तक प्रशासन करीब 500 आवेदकों के खाते में 50-50 हजार अनुग्रह राशि डाल चुका है।
दूसरी लहर- मार्च से मई तक मौतें केवल 410 दर्ज, फरियाद 1500 से ज्यादा
कोरोना की दूसरी लहर मार्च से मई तक रही। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार 410 मौतें दर्ज हैं। प्रशासन के पास जो 5 हजार आवेदन पहुंचे हैं, इनमें 30% यानी 1500 से ज्यादा आवेदन इसी अवधि के है। प्रशासन ने पहली लिस्ट में 30 लोगों को अनुग्रह राशि जारी की। उसमें 22 आवेदन मार्च से मई के दौरान के हैं।
कोरोना काल में सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज मौतें
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना के दौरान जारी हो रहे मेडिकल बुलेटिन के अनुसार मार्च से दिसंबर 2020 तक कुल 877 मौतें दर्ज हुई थी। जनवरी 2021 से अब तक कोरोना से कुल 516 मौत ही बताई गई हैं। इन्हें मिलाकर आंकड़ा 1393 होता है।
कोविड रिपोर्ट नहीं, उनकी जांच जिला कमेटी करेगी
अपर कलेक्टर राजेश राठौड़ ने बताया कि प्रशासन के पास पहुंच रहे ऐसे आवेदन जिनमें कोविड रिपोर्ट नहीं है, लेकिन मौत घर में 30 दिन के बाद हुई है। उनकी जांच जिला कमेटी करेगी। जांच में वह योजना के दायरे में आते हैं तो अनुग्रह राशि जारी की जाएगी।
इन्हें मिल रही 50-50 हजार की अनुग्रह राशि
यदि पति या पत्नी का निधन हुआ तो इसमें जीवित व्यक्ति को अनुग्रह राशि मिलेगी, दोनों नहीं है तो अविवाहित संतान को, वह भी नहीं है तो माता-पिता को और यदि वह भी नहीं कमेटी तय करेगी। अविवाहित संतान की मौत पर परिजन को राशि दी जाएगी।
अभी तक जितने आवेदन आए हैं, इनमें कई बार-बार लगे हैं। देखने में आया कि एक ही परिवार से कई सदस्यों ने आवेदन लगा दिए। उनकी जांच कर रहे हैं। - राजेश राठौड़, योजना प्रभारी व अपर कलेक्टर
0 टिप्पणियाँ