एक साल 9 महीने इंतजार के बाद शिवराज सरकार में राजनीतिक नियुक्तियां हो गई हैं। सरकार ने निगम-मंडलों के 16 अध्यक्ष और 9 उपाध्यक्षों की सूची शुक्रवार शाम को जारी कर दी। इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के 5 समर्थकों को जगह मिली है। उनकी कट्टर समर्थक इमरती देवी डबरा से विधानसभा उपचुनाव हारी थीं। इमरती को लघु उद्योग निगम का अध्यक्ष बनाया गया है। इससे साफ है कि सरकार में सिंधिया का दबदबा कायम है। यही वजह है कि इमरती देवी के अलावा गिर्राज दंडोतिया, जसवंत जाटव, मुन्ना लाल गोयल और रघुराज कंसाना को भी निगम अध्यक्ष बनाया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कोटे से 6 नेताओं को सरकार में राजनीतिक पद मिले हैं। कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले एंदल सिंह कंषाना व रणवीर जाटव भी उपचुनाव हार गए थे, लेकिन वादे के मुताबिक उन्हें सरकार में जगह दी गई है। इसी तरह, संघ की पृष्टभूमि से आए आशुतोष तिवारी भी शिवराज कोटे से हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष बने हैं।
बीजेपी के एक नेता ने बताया कि आशुतोष तिवारी को भोपाल और ग्वालियर संभाग का संगठन मंत्री रहते हुए सत्ता-संगठन में बेहतर तालमेल बनाने के इनाम में यह पद मिला है। इसके अलावा, नेपानगर की विधायक सुमित्रा देवी के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद वे उपचुनाव जीतीं। इस दौरान पूर्व विधायक मंजू दादू को सत्ता या संगठन में एडजस्ट करने का आश्वासन दिया गया था, जिसे अब पूरा किया गया है। उपचुनाव के समय नाराज मंजू दादू के निर्दलीय लड़ने की अफवाह भी थी। शिवराज के समर्थक राजकुमार कुशवाहा को बीज निगम के उपाध्यक्ष की कुर्सी मिली है।
उमा भारती के कोटे में आया रोजगार बोर्ड
सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को उनके दो समर्थकों को पद देकर खुश किया है। शैलेंद्र शर्मा को मप्र कौशल विकास एवं राेजगार बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है। हालांकि, पार्टी के एक नेता के मुताबिक शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की तरफ से भी सिफारिश की गई थी। बोर्ड में उमा भारती के कट्टर समर्थक नरेंद्र बिरथरे को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
नड्डा के करीबी गोटिया को मिला पर्यटन विकास निगम
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी विनोद गोटिया को मप्र पर्यटन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले जेपी नड्डा के करीबी तपन भौमिक को शिवराज सरकार ने इस निगम की कमान सौंपी थी।
कोलार डैम की बैठक में तय हुए थे ये तीन नाम
राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) की पृष्ठभूमि से आने वाले भाजपा के 3 संभागीय संगठन मंत्रियों जितेंद्र लिटोरिया, शैलेंद्र बरुआ और आशुतोष तिवारी को सरकार में पद देने के लिए चार महीने पहले कोलार डैम में हुई सत्ता-संगठन की संयुक्त बैठक में निर्णय हुआ था। ऐसा पहली बार हुआ, जब बीजेपी के जिलों में तैनात संगठन मंत्रियों को पहले हटाया गया और अब उन्हें सरकार में जगह दी गई है।
कमलनाथ सरकार में हुई थीं नियुक्तियां
निगम-मंडलों में 2018 से नियुक्तियां नहीं हुई थीं। कमलनाथ ने अपनी सरकार जाते-जाते कुछ जगहों पर नियुक्तियां कर दी थीं। 23 मार्च 2020 में शिवराज सरकार आने के बाद बाकी की जगहों पर नियुक्तियां अटकी रहीं। इससे कारण पार्टी नेताओं में असंतोष बढ़ता रहा था, लेकिन अब नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव से पहले इन पदों को भरे गए हैं।
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