अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दो ऐसी मादा गिद्धों को खोजा है जिसने बिना किसी नर के साथ प्रजनन किए बच्चे को पैदा किया। यह मामला गिद्धों की कैलिफोर्निया कंडर प्रजाति में सामने आया है। अमेरिकी वैज्ञानिक कैलिफोर्निया कंडर प्रजाति के गिद्धों को संरक्षित करने में जुटे हैं। 1982 में इनकी कुल संख्या 22 थी। वैज्ञानिकों के लगातार प्रयासों और संरक्षण के कारण 2019 में इनकी संख्या बढ़कर 500 से अधिक हो गई।
यह दावा अमेरिका की सैन डिएगो जू वाइल्डलाइफ एलियांस के वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च में किया है।
संरक्षण के सफर में कई चौंकाने वाली बातें पता चलीं
अमेरिकी वैज्ञानिक करीब 40 सालों से कैलिफोर्निया कंडर प्रजाति के गिद्धों को बचाने में जुटे हैं। इन्हें बचाने के लिए वैज्ञानिक ऐसे गिद्धों की पहचान कर रहे थे जो अपने बच्चों को जन्म दे सकें। इसका पता लगाने के लिए इनकी जेनेटिक स्टडी की गई।
स्टडी में सामने आया कि 2001 और 2009 में ऐसे दो नर गिद्धों का जन्म हुआ जिनमें मां के अंश तो थे लेकिन पिता से जुड़ी उनमें कोई भी बात (जेनेटिक्स) नहीं थी। इनका नाम SB260 और SB517 है।
जर्नल ऑफ हेरेडिटी में पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक, इनका जन्म एसेक्सुअल रिप्रोडक्शन के जरिए हुआ है। आसान भाषा में समझें तो मादा ने नर के साथ मेटिंग नहीं की। अनफर्टिलाइज्ड अंडे से इन दोनों नर गिद्धों का जन्म हुआ।
नॉर्थ अमेरिका का सबसे बड़ा पक्षी
शोधकर्ता ओलिविया का कहना है, यह एसेक्सुअल रिप्रोडक्शन का पहला मामला है। कैलिफोर्निया कंडर नॉर्थ अमेरिका में पाया जाने वाला सबसे बड़ा पक्षी है। यह 60 साल की उम्र तक जीते हैं। संरक्षण के कारण इनकी संख्या बढ़कर 500 पहुंच चुकी है। इनमें से 300 मेक्सिको, उटा, एरिजोना और कैलिफोर्निया के जंगलों में छोड़े गए।
यह हो सकती है वजह
शोधकर्ता ओलिविया के मुताबिक, यह अलग तरह का प्रजनन गिद्धों में कैसे हुआ इसका साफतौर पर अब तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, अब तक गिद्धों की बड़े स्तर पर जेनेटिक एनालिसिस भी नहीं हो पाई है। ओलिविया का मानना है, ऐसा तब हो सकता है, जब मादा गिद्धों के पास नर के पहुंचने का कोई मौका ही न हो।
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