धार के सबसे बड़े भूमि घोटाले में पुलिस अब मालवा चर्च काउंसिल की ओर से पदाधिकारी के तौर पर केस में आपत्ति लगाने वाले और बाद में केस हारने वाले दो लोगों की जानकारी तलाश रही है। इन पदाधिकारी जेपी नेल्शन और रामस्वरूप की जानकारी भी काउंसिल के मुख्य कार्यालय से मांगी गई है। सिहोर स्थित कार्यालय से 20 साल से संस्था के पदाधिकारियों का रिकार्ड मांगा गया है। पुलिस को इन दोनों की भूमिका संदिग्ध लग रही है।
प्राथमिक कोर्टों में डिक्री फैसले हासिल करवाने में इन लोगों की भूमिका मैनेज आपत्तिकर्ता के तौर पर मानी जा रही है। पुलिस को यह भी जानकारी लगी है कि इनमें से 1 की मौत हो गई और मौत के बाद भी इनके नाम से केस आपत्ति लगाई गई थी। वहीं 1 अन्य व्यक्ति के काल्पनिक होने की संभावनाएं भी जताई जा रही है। हालांकि तमाम बातें सूत्र बता रहे है। सूत्र जानकारियों को पुख्ता करने के लिए इनसे संबंधित साक्ष्य पुलिस द्वारा एकत्रित किए जा रहे है। यदि इस बात की पुष्टि हो जाती है तो केस में पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी।
1800 पेज की केस डायरी अब तक तैयार
प्रकरण दर्ज होने बाद 12 दिसंबर तक बीते 15 दिनों में पुलिस ने करीब 1800 पेज की केस डायरी तैयार की है। डायरी हाईकोर्ट में आरोपियों की जमानत याचिका के दौरान पेश की जाएगी। पुलिस जमानत सुनवाई को लेकर शासन की और से मजबूती से पक्ष पेश करेगी। गौरतलब है कि हाईकोर्ट में मुख्य संदेहियों में शामिल विवेक तिवारी की और से जमानत याचिका लगाई गई है। हालांकि इसे अभी सुनवाई हेतु तारीख नहीं मिली है।
0 टिप्पणियाँ