हाई कोर्ट में 3 जनवरी से सुबह 10.15 से शाम 4.30 बजे तक सुनवाई होगी। अब लंच 1.30 से 2.15 बजे तक होगा। बुधवार को हाई कोर्ट प्रशासन ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। पहले सुनवाई 10.30 से होती थी तो लंच 2.30 बजे तक रहता था। इस लिहाज से अब सुनवाई के लिए आधा घंटा ज्यादा मिलेगा।
मप्र हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने साधारण सभा में प्रस्ताव पारित होने के बाद यह सुझाव चीफ जस्टिस रवि विजय मलिमथ को भेजा था। पिछले दिनों हाई कोर्ट जजेस की बैठक में भी सुनवाई का समय बढ़ाने, अवकाश कम करने की चर्चा हुई थी। चीफ जस्टिस ने लंबित प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने, ज्यादा से ज्यादा काम करने को लेकर समय बढ़ाए जाने का प्रस्ताव रखा था। साल के 365 में से करीब 150 दिन अवकाश रहते हैं। 200 दिन ही काम हो पाता है।
ऐसा पहली बार, शीतकालीन बेंच में बैठेंगे सभी 6 जज
गुरुवार से हाई कोर्ट में शीतकालीन अवकाश शुरू हो रहे हैं, लेकिन गुरुवार का दिन हाई कोर्ट के इतिहास में यादगार हो जाएगा। शीतकालीन बेंच में हाई कोर्ट के सभी छह जज सुनवाई करेंेगे। डिविजन बेंच के साथ ही सिंगल बेंच भी क्रिमिनल व अन्य जरूरी मामलों की सुनवाई करेगी।
जिन वकीलों ने शीतकालीन बेंच में सुनवाई के लिए अर्जी लगाई थी, उन्हें सुना जाएगा। शीतकालीन बेंच में आमतौर पर एक ही खंडपीठ उपलब्ध रहती थी। संभवत: यह पहला अवसर है, जब शीतकालीन बेंच में सभी जज उपलब्ध रहेंगे। कामकाजी दिनों की तरह ही सुनवाई करेंगे।
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