कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की मध्यप्रदेश में एंट्री की आशंका के चलते नाइट कर्फ्यू लगाने के बाद सरकार और सख्त हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कोरोना की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि पॉजिटिव केस आने पर उसके संपर्क में आए कम से कम 30 लोगों को ट्रैस कर सैंपल लिए जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना लगाया जाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूके और डेनमार्क में ओमिक्रॉन की स्थितियां सामने हैं, जो बताती हैं कि ये तेजी से बढ़ता है। इसे देखते हुए हमें तैयारी रखना है।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग समेत सभी मंत्री, राज्य स्तरीय प्रभारी अधिकारी, संभागीय आयुक्त, कलेक्टर्स, आईजी और एसपी वीसी के माध्यम से जुड़े थे। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि वे अपने जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक करें। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप में कोई उपयोगी लगे जैसे डॉक्टर, समाजसेवी हैं तो उसे जोड़ सकते हैं। रोको-टोको अभियान शुरू करें, मास्क न लगाने वालों पर जुर्माना भी करें। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भी जागरूकता के प्रयास शुरू करें।
गुरुवार को मप्र के 8 जिलों में कोरोना केस आए। यह मामले अब ज्यादा जिलों में बढ़ेंगे। प्राथमिकता के आधार पर रोक-थाम के उपाय करने होंगे। अस्पताल, दवाई, उपकरण, ऑक्सीजन की लाइन सहित सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें। प्राथमिकता के आधार पर कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के उपाय करने होंगे।
आर्थिक गतिविधियां न रुकें
उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियां न रुकें और गरीब का काम-धंधा भी प्रभावित न हो, यह सुनिश्चित करते हुए हमें तीसरी लहर का जनता के सहयोग से मुकाबला करना है। समस्त सरकारी व निजी अस्पतालों में व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखें। यह भी सुनिश्चित करें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जितने निजी कोविड सेंटर बनाए गए थे, उनकी भी व्यवस्थाएं सुचारू कर दी जाएं।
चौहान ने कहा कि अस्पतालों के अलावा बिजली की व्यवस्था भी सुनिश्चित रखें। प्रदेश में बिजली की समस्या नहीं है, लेकिन एक बार इसके लिए भी पुख्ता इंतजाम कर लें। दवाओं और उपकरण आदि का कम से कम एक महीने का स्टॉक रखें।
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