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सुरक्षा पर सवाल:चिड़ियाघर में ऐसा दूसरी बार जब तेंदुआ भाग गया, परिसर के कैमरे बंद होने से फुटेज नहीं मिले, देर रात तक सर्चिंग जारी रही

 

जू में सैकड़ों जानवरों के साथ कई तरह के पक्षी हैं, फिर भी व्यवस्था इतनी लचर है। - Dainik Bhaskar
जू में सैकड़ों जानवरों के साथ कई तरह के पक्षी हैं, फिर भी व्यवस्था इतनी लचर है।

चिड़िया घर में यह दूसरा मौका है जब तेंदुआ लापता हुआ है। छह साल पहले भी ऐसा ही हुआ था। आजाद नगर चौराहे के समीप निगम अधिकारी अभय राठौर के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में एक तेंदुए के घर में आने के बाद दीवार फांदकर जाने का फुटेज सामने आया था। तीन से चार दिन तक उसकी तलाश की गई, लेकिन पता नहीं चला था।

तब भी फुटेज में तेंदुआ 8 से 10 महीने का होने की बात सामने आई थी। इस बार तेंदुआ कहां चला गया, इसके फुजेट भी नहीं मिले, क्योंकि जून परिसर के कैमरे ही बंद पड़े हैं। देर रात तक अमला सर्चिंग में जुटा रहा, लेकिन तेंदुआ कहीं नजर नहीं आया। गौरतलब है कि जू में सैकड़ों जानवरों के साथ कई तरह के पक्षी हैं। इसके बावजूद वहां की सुरक्षा व्यवस्था इतनी लचर है।

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