राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि हर दिव्यांग के पास दिव्य-शक्ति और दिव्य-अंग होता है। समाज का दायित्व है कि वह दिव्यांग पुनर्वास में उन्हें उनकी विशेष क्षमताओं से परिचित कराएँ। उनकी क्षमता और कार्य-कुशलता को निखारने में सहयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा के बाद दिव्यांगजन के लिए उच्च शिक्षा की विशेष व्यवस्था की चुनौती का समाज और सरकार को मिलकर चिंतन और इस दिशा में पहल करना चाहिए।
राज्यपाल श्री पटेल आज मध्यप्रदेश दृष्टिहीन कल्याण संघ इंदौर और मध्यप्रदेश दि ब्लाइंड रिलीफ एसोसिएशनों की अलग-अलग परिचयात्मक बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में संस्था के पदाधिकारी, राज्यपाल के अपर सचिव श्री मनोज खत्री एवं राजभवन के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा है कि संस्था द्वारा भावी कार्य-योजना और अपेक्षाओं के संबंध में शासन के समक्ष प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएँ। उन्होंने यह कार्य शीघ्र किए जाने की जरूरत बताई है, जिससे आगामी वर्ष की योजना में आवश्यकता और प्राथमिकता अनुसार नियोजन किया जा सके। राज्यपाल श्री पटेल ने सदस्यों का परिचय प्राप्त किया। संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की बिंदुवार जानकारी प्राप्त की। संस्था की उपलब्धियों, उपलब्ध संसाधनों, आवश्यकताओं और भविष्य की योजनाओं के संबंध में विस्तृत विचार-विमर्श किया। राज्यपाल श्री पटेल ने संस्था के प्रयासों में भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया।
मध्यप्रदेश दृष्टिहीन कल्याण संघ इंदौर की बैठक में अध्यक्ष श्री कमल गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया। महासचिव श्री जी.डी. सिंघल ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन में प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। आभार प्रदर्शन उपाध्यक्ष श्री वी.वी.एस. परिहार ने किया।
दि ब्लाइंड एसोसिएशन भोपाल की बैठक में अध्यक्ष श्री नासिर हुसैन ने स्वागत किया। संस्था प्रबंधक श्री कमल किशोर चिमनिया ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन में संस्था की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की। आभार प्रदर्शन सदस्य श्री राजेंद्र राठौर ने किया।
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