लोकायुक्त पुलिस ने अंजड के सरकारी काॅलेज के प्राचार्य और क्लर्क को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि दोनों को ट्रैैप करने से दो घंटे पहले लोकायुक्त पुलिस की टीम सरकारी काॅलेेज पहुंच गई और वहां छात्रों के साथ कबड्डी खेलने लगी, ताकि किसी को शक नहीं हो कि अनजान लोग काॅलेज पर नजर रखे हुए हैं।
प्राचार्य ने अपने कमरे में क्लर्क के साथ जैसे ही रिश्वत की राशि ली, शिकायतकर्ता ने टीम को इशारा कर दिया। टीम तत्काल मैच अधूरा छोड़ पसीना तर होकर ही प्राचार्य के कमरे में पहुंच गई। शिकायतकर्ता डाॅ. सुरेश काग ने 27 हजार रुपए के पेड़ पौधे लगाए थे। इसका बिल जारी करने के एवज में प्रिसिंपल डाॅ सुनील मोरे पांच हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था।
क्लर्क दिनेश बड़ोले को रिश्वत देने के बाद ही बिल जारी करने की बात कह रहा था। शिकायकर्ता ने लोकायुक्त पुलिस कार्यालय में इसकी शिकायत की। शिकायत में कहा कि अंजड़ के सरकारी काॅलेज के प्राचार्य बगैर रिश्वत काम करने को तैयार नहीं हैं। शिकायकर्ता ने बुधवार को क्लर्क को फोन लगाया। उससे कहा कि वह पैसे देने आ रहा है।
प्रिसिंपल के रूम में शिकायतकर्ता पहुंचे। वहीं पर तीनों के बीच संवाद भी हुआ। प्रिंसिपल ने कहा कि पांच हजार रुपए बड़ोले बाबू को दे दो। रंग लगे नोट शिकायतकर्ता ने बड़ोले को थमा दिए। बड़ोले ने झट से रुपए पेंट की जेब में रख लिए। बाहर निकलते ही डाॅ. काग ने लोकायुक्त पुलिस की टीम को इशारा कर दिया। दौड़ते हुए कमरे में घुसी टीम को देख बड़ोले घबरा गया। टीम ने अपना परिचय दिया तो दोनों के हाेश उड़ गए। टीम ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
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