- दूसरी महामारी|1320 मनोरोग विशेषज्ञों का सर्वेक्षण, प्रभावित लोगों में बच्चे भी शामिल
अमेरिका में मानसिक बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ रही है। सामाजिक कार्यकर्ताओं, मनो चिकित्सकों और पेशेवर सलाहकारों को लगातार काम करना पड़ रहा है। महामारी के तीसरे साल की दस्तक के बीच मनोरोग विशेषज्ञ कई मरीजों को लौटा रहे हैं।
लांगमीडो, मेसाचुसेट्स में लाइसेंसी क्लीनिकल सामाजिक कार्यकर्ता टॉम लचिउसा बताते हैं, सभी विशेषज्ञों की बहुत ज्यादा मांग है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने 1320 मानसिक स्वास्थ्य डॉक्टरों,पेशेवरों से पूछा कि महामारी के प्रतिबंध शिथिल होने के बाद उनके मरीजों की कैसी स्थिति है।
अधिकतर लोग बेचैनी, चिंता और अवसाद से पीड़ित पाए गए। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। चार में से एक चिकित्सक ने बताया कि उनके पास आने वाले लोग आत्महत्या की भावनाओं को सलाह लेने का प्रमुख कारण बताते हैं। सर्वे में बढ़ते संकट की गंभीरता सामने आई है। कई विशेषज्ञों ने इसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की दूसरी महामारी कहा है। मनोरोग विशेषज्ञ एन कॉमपेगना डॉल बताती हैं, लोग बहुत दुखी और हताश हैं। उनके एक मरीज ने बताया कि उसे गंभीर सड़क दुर्घटना का अनुभव होता है। एक महिला इतनी भयभीत है कि वह घर से बाहर नहीं निकलना चाहती है। वे काम छोड़ना चाहती हैं। लोग ऊब चुके हैं।
दस में से नौ विशेषज्ञों ने बताया कि उनसे सलाह लेने वालों की संख्या बढ़ रही है। प्रतीक्षा सूची लंबी हो गई है। रोगियों को देखने और फोन पर सलाह देना मुश्किल हो गया है। दस में से छह मनो सलाहकारों ने बताया कि दवाइयां लेने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। 13 प्रतिशत सलाहकारों ने बताया कि उनकी प्रेक्टिस मुख्य रूप से बच्चों पर केंद्रित रही है। ध्यान रहे, अमेरिका के सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति ने इस माह आगाह किया है कि महामारी ने युवाओं के बीच मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं में बढ़ोतरी की है।
बर्कले, कैलिफोर्निया में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट पूजा शर्मा का कहना है, मेरे पास मरीजों के लिए समय नहीं है लेकिन लगातार फोन आते हैं। 75 प्रतिशत चिकित्सकों, पेशेवरों ने बताया कि उनका अधिक समय परिवार और रिश्तों से जुड़े मसलों में मरीजों को सलाह देने में बीतता है। पति, पत्नी के बीच बच्चों की देखभाल सहित कई मुद्दों पर मतभेद बढ़ रहे हैं।
सात में से एक विशेषज्ञ ने बताया कि प्रभावित लोगों के सलाह लेने के मुख्य कारणों में रंगभेद प्रमुख है। मनोचिकित्सक जेसन वू का कहना है, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं लेने वालों में एशियाई अमेरिकी लोगों की संख्या में नाटकीय बढ़ोतरी हुई है।
पिछले 18 महीनों में बढ़ी समस्याएं
सर्वे में हिस्सा लेने वाले पेशेवर सलाहकारों ने बताया कि पूर्व मरीजों के साथ नए लोग भी आ रहे हैं। ये पिछले 18 महीनों में सामने आई समस्याओं जैसे बेचैनी, आर्थिक तंगी, नौकरी की चिंता, नशे की लत से प्रभावित हैं। कई चिकित्सकों ने बताया कि वे कोविड-19 मरीजों की देखभाल से सदमे का शिकार हुए हेल्थ केयर वर्करों को भी सलाह दे रहे हैं। 75 प्रतिशत से अधिक पेशेवरों ने बताया कि मरीजों के लिए इंतजार का समय बढ़ा है। तीन में से एक चिकित्सक ने बताया कि अपाइंटमेंट के लिए तीन माह तक लग रहे हैं।
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