करीब 1 किमी का हिस्सा टीम की सर्चिंग के दायरे में है।
नेपानगर से लाई गई 8 माह की मादा तेंदुआ शनिवार को भी नहीं मिली। ज़ू प्रशासन की 20 टीमें उसकी खोज में लगी रहीं। अब तो ज़ू के 52 एकड़ का चप्पा- चप्पा छान लिया गया। फिर भी वह नजर नहीं आई। करीब 1 किमी का हिस्सा टीम की सर्चिंग के दायरे में है।
इस घटना में वन विभाग और चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से हुई लापरवाही से दोनों तरफ के अफसर अब भी सकते में हैं। 8 माह की मादा तेंदुआ नेपानगर से इलाज के लिए लाई गई थी। उसके पैरों में चोट थी। लाते ही बारिश के चलते पिंजरे को कपड़े से भी ढंककर रखा था। संभवत: वह जाली तोड़ कर भाग गई।
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