कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि शासन के निर्देश अनुसार सिर्फ आवश्यक गतिविधियों को ही चालू रखा जाएगा। चूंकि महाकाल मंदिर में होने वाली आरती सिर्फ उज्जैन में होती है, इसलिए उसके लिए अलग से आदेश जारी किए गए हैं। महाकाल की सभी आरती अपने समय पर होंगी, लेकिन श्रद्धालुओं को उसमें प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक श्रद्धालु पूर्व के नियम अनुसार ही प्रवेश कर सकेंगे। जिन श्रद्धालुओं ने भस्मारती में बुकिंग करवा ली है, उन्हें मंदिर समिति की ओर से मैसेज और फोन कर सूचना दी जा रही है।
चूंकि ऑनलाइन परमिशन में किसी से ऑनलाइन पैसा नहीं लिया जाता है, तो उसमें पैसा वापस करने का मुद्दा नहीं है। कोविड 19 प्रतिबंधों के कारण 17 माह बाद भस्मारती में 11 सितंबर 2021 से व 18 माह बाद 19 नवंबर से शयन आरती में प्रवेश शुरू हुआ था।
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