प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीनेशन महाअभियान लगातार जारी है। बुधवार को प्रदेश में वैक्सीनेशन महाअभियान आयोजित किया गया। भोपाल के लालघाटी क्षेत्र एयरपोर्ट रोड स्थित शासकीय नवल शाह हाई स्कूल में टीकाकरण केन्द्र का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वैक्सीन लगाने आए लोगों से बातचीत कर दूसरों को भी वैक्सीन लगाने प्रेरित करने के लिए कहा। सीएम ने कहा कि सभी नागरिक वैक्सीन के दोनों डोज़ लगाकर कोरोना से बचने का सुरक्षा कवच प्राप्त कर सकते हैं। प्रदेश में अब 16 और 22 दिसंबर को भी वैक्सीनेशन महाअभियान आयोजित किया जाएगा। बुधवार शाम तक प्रदेश में अब तक 9.19 करोड़ डोज लगे है। इसमें 5.15 लोगों ने पहला डोज लगवाया है। वहीं, अब तक 4.04 करोड़ लोगों ने दूसरा डोज लगवाया है।
तीसरी लहर हम आने ही न दें, ऐसी कोशिश करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि दुनिया में एक बार फिर से कोरोना के नए वेरिएंट का हड़कंप मचा हुआ है। तीसरी लहर की आशंका बताई जा रही है। दूसरी लहर में हम सभी ने अनेक कष्ट सहे हैं, इसलिए प्रदेशवासियों से प्रार्थना है कि पहली कोशिश यही हो कि हम तीसरी लहर आने ही न दें। वैक्सीन के दोनों डोज़ लगवाएं ताकि किसी संकट में न पड़ें।
मॉस्क पहने, भीड़-भाड़ में जाने से बचे
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के किसी भी वेरिएंट से बचाव का उपाय वैक्सीनेशन ही है। हम सभी को तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए तैयार रहना है। इसके लिए चेहरे को ढंकने या मास्क का उपयोग करने, परस्पर दूरी रखने और अनावश्यक भीड़-भाड़ से बचने की आवश्यकता है। फेस मॉस्क एक कारगर उपाय है, इससे 90 प्रतिशत बचाव हो जाता है। इसे वैज्ञानिकों ने भी माना है। इन सावधानियों के साथ ही वैक्सीनेशन का लाभ लेना है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह वैक्सीन नि:शुल्क रूप से नागरिकों को उपलब्ध करवाई है। यदि वैक्सीन के दोनों डोज़ लग जाते हैं तो संक्रमण का खतरा न्यूनतम हो जाता है।
दूसरा डोज अनिवार्य रूप से लगवा लें
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में जनजागरूकता के फलस्वरूप प्रथम डोज 94% और द्वितीय डोज़ 71% लोगों ने लगा लिया है। संपूर्ण पात्र आबादी को दोनों डोज लगवाना है। जिन्होंने दूसरा डोज नहीं लगवाया है और यदि संक्रमण फैलता है तो वे अपने साथ ही पड़ोसियों और अन्य लोगों को संकट में डालने का कार्य करते हैं। इसलिए जिन भी व्यक्तियों ने दूसरा डोज नहीं लगवाया है वे इसे अनिवार्य रूप से लगवा लें। बहुत कम ऐसे लोग होंगे जिन्हें पहला डोज भी नहीं होगा। उन्हें भी प्राथमिकता से पहला डोज़ लगवा लेना चाहिए।
अस्पतालों में आवश्यक प्रबंध
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी संकट का मुकाबला करने के लिए राज्य तैयार है। अस्पतालों में आवश्यक बिस्तर, ऑक्सीजन प्लांट, कंसन्ट्रेटर और वेंटीलेटर्स के साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। मंत्रिपरिषद के सदस्य, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्य, स्वैच्छिक संगठन के पदाधिकारी और जिलों में स्थानीय प्रशासन अस्पतालों में सभी व्यवस्थाओं को देखा-परखा जा रहा है। मध्यप्रदेश में जनसहयोग से कोरोना पर बेहतर नियंत्रण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। हम आने वाले किसी भी संकट का सामना करने के लिए तैयार हैं।
मंत्री ने सिविल सर्जन को व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए
भोपाल जिला प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने जय प्रकाश (जेपी) अस्पताल पहुंकर ऑक्सीजन प्लांट, कोविड-19 आईसीयू वार्ड और वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखें। सिंह ने कहा कि वैज्ञानिकों ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की है। अत: आवश्यक उपकरण एवं दवाओं आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें। जरूरत पड़ने पर मरीजों को कोई समस्या नहीं आना चाहिए। सिंह ने ऑक्सीजन प्लांट से सप्लाई होने वाली ऑक्सीजन की गुणवत्ता की जानकारी ली। बताया गया कि ऑक्सीजन की गुणवत्ता बेहतर है और प्लांट अच्छी तरह से चल रहे हैं। सिंह ने आईसीयू वार्ड में उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली।
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