25 से ज्यादा नोटिस, फिर भी काम नहीं करने पर हटाने का फैसला।
इंदौर से उज्जैन तक 55 किलोमीटर की फोर लेन सड़क पर कई जगह गड्ढे, डिवाइडर में कट लगे हैं। मेंटेनेंस के लिए ठेकेदार को 25 से ज्यादा नोटिस विभाग की तरफ से दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी ठेकेदार ने सुधार नहीं किया है। एमपीएसआरडीसी इसे लेकर ठेकेदार पर 19 करोड़ की पेनल्टी भी लगा चुका है।
अफसरों ने इस प्रोजेक्ट की फाइल अब भोपाल मुख्यालय भेज दी है। वहां से ठेका निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। इस सड़क से दिनभर में 14 हजार से ज्यादा वाहन चालक गुजरते हैं और इसके एवज में टोल कंपनी 11 लाख रुपए के करीब टैक्स के रूप में वसूल रही है। महाकाल टोलवेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2011 में शुरू किए इंदौर-उज्जैन टोल रोड का कॉन्ट्रैक्ट 2034 तक है।
दोनों शहरों के लिए इतनी महत्वपूर्ण है रोड
- 250 से 300 चार पहिया वाहनों से लोग रोज आते-जाते हैं।
- हर दिन 14 हजार के करीब वाहन गुजरते हैं।
- 50 से ज्यादा बसें इंदौर से उज्जैन के बीच प्रतिदिन चलती हैं।
- 25 से ज्यादा वीडियो कोच बसें इसी रूट से उज्जैन से आगे बड़नगर, मंदसौर, रतलाम, कोटा, जयपुर तक जाती हैं।
- देश के दूसरे सबसे बड़े शक्तिपीठ नलखेड़ा जाने का मार्ग भी उज्जैन से होकर गुजरता है।
- महाकाल दर्शन के लिए हर माह 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालु जाते हैं।
- सभी वीआईपी को महाकाल दर्शन के लिए इसी रूट से ले जाया जाता है।
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