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भोपाल में फिर लौटा कंटेनमेंट जोन का दौर:कोलार में 17 माइक्रो कंटेनमेंट बने; TT नगर, सिटी और गोविंदपुरा में भी बैरिकेडिंग

राजधानी में कोरोना एक बार फिर बेकाबू हो रहा है। 4 दिन में 15 सौ से ज्यादा केस आ चुके हैं। ऐसे में कंटेनमेंट का दौर फिर लौट आया है। सबसे बड़े हॉट स्पॉट में 17 माइक्रो कंटेनमेंट बन चुके हैं, जबकि TT नगर, सिटी और गोविंदपुरा में भी घरों के आसपास बैरिकेडिंग की गई है। कुछ इलाकों में कई घरों में पॉजिटिव केस आए हैं। ऐसे में कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी है, ताकि संक्रमित न तो घरों से बाहर निकल सके और न ही उनके घर कोई आ-जा सके।

माइक्रो कंटेनमेंट उन इलाकों में बनाए जा रहे हैं, जहां लाइन से 2-3 घरों में पॉजिटिव केस हैं। इसमें घरों के आसपास बेरिकेडिंग की गई है। स्वास्थ्य और प्रशासनिक टीमें यहां पहुंचकर संक्रमितों का हाल-चाल जान रही है।

कोलार में खतरा बढ़ा

भोपाल में एक्टिव केस बढ़कर 1500 के पार हो गए हैं। इनमें से 40% से अधिक मामले कोलार इलाके के हैं। रोज आने वाली लिस्ट में करीब आधे संक्रमित कोलार के इलाकों से ही हैं। इसलिए यहां सबसे ज्यादा कंटेनमेंट बनाने की नौबत बन रही है।

गोविंदपुरा और बैरागढ़ भी हॉट स्पॉट

इसके अलावा गोविंदपुरा और बैरागढ़ भी बड़े हॉट स्पॉट बनते जा रहे हैं। यहां 200 से ज्यादा एक्टिव केस हैं। कुछ जगह माइक्रो कंटेनमेंट बना दिए गए हैं। सोमवार को 10 से ज्यादा कंटेनमेंट और बनेंगे।

कंटेनमेंट एरिये को लेकर निर्देश

  • एक ही लाइन में 2 से 3 घरों में यदि संक्रमित हैं तो माइक्रो कंटेनमेंट बनाए जाएंगे।
  • संक्रमित के घर से बाहर निकलने पर रोक रहेगी। उन्हें होम क्वारेंटाइन रहना होगा।
  • घर में बाहरी व्यक्ति के आने पर रोक रहेगी।
  • यदि कॉलोनी या इलाके में अधिक संक्रमित मिलते हैं, तो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे।

सेकेंड वेव में घूमते मिले थे संक्रमित

सेकेंड वेव के दौरान भी कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे। उस समय संक्रमित घरों से बाहर घूमते मिले थे। इसके चलते संक्रमण फैला था और एक संक्रमित के संपर्क में आने से अन्य कई लोग भी संक्रमित हो गए थे। वर्तमान में भी ऐसी सूचनाएं मिल रही थीं। इसके चलते कलेक्टर अविनाश लवानिया ने माइक्रो कंटेनमेंट बनाने के निर्देश दिए। अब तक 30 से ज्यादा माइक्रो कंटेनमेंट बनाए जा चुके हैं।



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