अंक ज्योतिष: इस साल रहेंगे कुल 53 शनिवार, इस अंक का स्वामी भी शनि; पूरे साल खुद की राशि में रहेगा शनि
2022 शनि का साल रहेगा। इस साल का पहला और आखिरी दिन शनिवार है। साथ ही इस साल नए संवत्सर यानी हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी शनिवार को होगी। वहीं, साल के पांच महीने जनवरी, अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और दिसंबर में 5 शनिवार आएंगे। ऐसी स्थिति 2011 में बनी थी। साथ ही इस बार वसंत पंचमी, गुड़ी पड़वा, हनुमान जयंती, पितृपक्ष और धनतेरस सहित 17 बड़े व्रत-त्योहार शनिवार को रहेंगे। ज्योतिष के नजरिये से देखा जाए तो 1993 के बाद अब 2022 में शनि कुंभ राशि में आएगा। इस साल में शनि दो बार राशि बदलेगा और अपनी ही राशियों, मकर और कुंभ में रहेगा। ज्योतिषीयों का कहना है शनि की ये स्थिति शुभ रहेगी।
नए संवत्सर का राजा शनि
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि इस बार 1 अप्रैल से शुरू होने वाले नए संवत्सर 2079 का राजा शनि रहेगा। साथ ही धन और बारिश का स्वामी भी शनि रहेगा। इसलिए शनि के शुभ प्रभाव से निचले दर्जे के लोगों को तरक्की के मौके मिलेंगे। छोटे बिजनेस या नए स्टार्टअप बढ़ेंगे और सफल भी होंगे। दलित वर्ग को सम्मान और पद-प्रतिष्ठा मिलेगी। किसान और मजदूर वर्ग के लिए भी ये साल बहुत अच्छा रहेगा। सरकार जनहित में बड़े कदम उठाएगी। देश में न्याय प्रक्रिया मजबूत होगी। लोगों के हित में बड़े कानूनी फैसले होंगे। धर्म, आध्यात्म, शिक्षा व संस्कृति क्षेत्र से जुड़े लोगों का सम्मान बढ़ेगा। महिलाओं और युवाओं को रोजगार मिलेंगे।
इस साल 2 बार राशि बदलेगा शनि
डॉ. मिश्र का कहना है कि इस बार नए संवत्सर का राजा शनि होने से सभी राशियों पर भी इस ग्रह का असर बढ़ जाएगा। इस साल शनि दो बार राशि बदलेगा। दोनों ही बार अपनी ही राशियों में होगा। इसलिए 2022 में कुल 10 राशियों पर शनि का सीधा असर रहेगा।
महीने | तीज-त्योहार |
जनवरी | शनि प्रदोष |
फरवरी | वसंत पंचमी, जया एकादशी, विजया एकादशी |
अप्रैल | गुड़ी पड़वा, हनुमान जयंती, वैशाख अमावस्या |
मई | नरसिंह जयंती |
जून | गायत्री जयंती, निर्जला एकादशी |
जुलाई | कर्क संक्रांति |
अगस्त | भाद्रपद अमावस्या |
सितंबर | पितृपक्ष की शुरुआत, कन्या संक्रांति |
अक्टूबर | धनतेरस और लाभ पंचमी |
नवंबर | तुलसी विवाह |
दिसंबर | गीता जयंती |
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