सेना दिवस के मौके पर शनिवार को जीपीओ इंदौर में सैन्य गतिविधियों से जुड़े डाक टिकटों की सात दिनी प्रदर्शनी शुरू हुई। यहां भारतीय थल सेना, जल सेना, वायु सेना के गौरवशाली अतीत और वर्तमान को डाक टिकिट, प्रथम दिवस आवरण, विशेष आवरण आदि के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है।
प्रदर्शनी में परमवीर चक्र विजेता, अशोक चक्र विजेता, गैलेंट्री अवॉर्ड विनर्स, स्वर्णिम विजय वर्ष, एयरो इंडिया शो, नैवी शिप, फाइटर जेट, सियाचिन ग्लेशियर, प्रेसीडेंट बॉडीगार्ड पर जारी डाक टिकिट को भी प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा भारत के विभिन्न सैन्य प्रशिक्षण संस्थान जैसे भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवासला, आर्मी ट्रेंनिंग कमांड शिमला, ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई एवं सेना की विभिन्न रेजीमेंट जैसे गोरखा राइफल्स, पूना हॉर्स, आर्टिलरी सेंटर नासिक, महार रेजीमेंट, पंजाब रेजीमेंट, गढ़वाल राइफल्स, डेक्कन हॉर्स के बारे में भी बताया गया है।
सिर्फ सेना ही नहीं बल्कि इस प्रदर्शनी में हमारे देश के अर्धसैनिक बलों जैसे सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस, असम राइफल्स, सीआईएसएफ, भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स के बारे में भी रोचक और दुर्लभ जानकारी डाक टिकटों के माध्यम से बताई गई है।
शहीद सीडीएस बिपिन रावत और कैप्टन वरुण सिंह को याद किया
शुरुआत में हेलीकाप्टर क्रेश में शहीद हुए भारत के प्रथम रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत एवं कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।
प्रदर्शनी का शुभारंभ महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, इंदौर अशोक कुमार यादव ने बतौर मुख्य अतिथि किया। विशिष्ठ अतिथि समाजसेवी मोहनलाल अग्रवाल थे। वरिष्ठ पोस्टमास्टर श्रीनिवास जोशी ने अतिथि परिचय दिया।
आईजी यादव ने सेना के साथ डाक विभाग के संबंधों को अतिविशिष्ठ बताते हुए सुदूर तैनात सैनिकों के लिए चिटि्ठयों की भूमिका बताई। संचालन जलज रावत ने किया।
आभार वर्षा पाटले ने माना। कार्यक्रम में वरिष्ठ फिलाटेलिस्ट उमेश नीमा, सुरेश भागचंदानी, राजेश शाह एवं फिलाटेली इन्चार्ज नेहा श्रीवास्तव सहित विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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