मध्य प्रदेश में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना जैसी आपदा को भी रोजगार के अवसर में बाधा नहीं बनने दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रयास किए जा रहे हैं कि मध्य प्रदेश में नित-नए रोजगार का सृजन हो, इसके लिए युवाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत पूरी मदद उपलब्ध कराई जा रही है।
यह बात प्रभारी डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को जाल सभागृह में स्वामी विवेकानंद जयंती पर आयोजित रोजगार मेले में कही। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक आपदा में हमारी सरकार आमजन के साथ खड़ी रही और उन्हें पूरी मदद की गई। हमारी सरकार गांव, गरीब और किसानों के प्रति संवेदनशील सरकार है। जिस तरह इंदौर सफाई में देश में अग्रणी बना, उसी तरह रोजगार के अवसर देने में भी अग्रणी बनेगा। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श हैं। उन्होंने युवाओं को सद्मार्ग पर चलने की नई राह दिखाई है। युवा उनसे प्रेरणा लेकर उत्साह, लगन और मेहनत से काम करें और भारत को आत्मनिर्भर बनाएं। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि यह कार्यक्रम युवाओं को रोजगार की गतिविधियों से जोड़ने का बड़ा और प्रभावी कार्यक्रम है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से बालाघाट, नीमच, झाबुआ, ग्वालियर, रीवा, टीकमगढ़ के युवाओं से चर्चा की एवं उनके अनुभव सुने। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा रोजगार मांगने वाले नहीं, रोजगार देने वाले बने। स्वयं का रोजगार लगाओ, राज्य सरकार द्वारा पूरी मदद की जाएगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि रोजगार दिवस पर इंदौर जिले में 40 हजार युवाओं को 228 करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति तथा वितरण पत्र सौंपे गए। कार्यक्रम में प्रतीक के रूप में 127 युवाओं को 14.50 करोड़ रु. से अधिक की राशि का वितरण किया।
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