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अच्छी खबर:8वीं पास बेरोजगार हैं तो केंद्र सरकार नि:शुल्क ट्रेनिंग देकर योग्य बनाएगी

 

फील्ड टेक्नीशियन और जूनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर,जनरल ड्यूटी असिस्टेंट होंगे तैयार। - Dainik Bhaskar
फील्ड टेक्नीशियन और जूनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर,जनरल ड्यूटी असिस्टेंट होंगे तैयार।

केंद्र सरकार ने देशभर के सरकारी स्कूलों को स्किल हब बनाने की योजना शुरू की है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार के कौशल विकास मंत्रालय के साथ मध्यप्रदेश सरकार भी भागीदार बन रही है। इसमें जो छात्र 8वीं पास हैं, लेकिन आगे की पढ़ाई छोड़ दी है और बेरोजगार भी हैं, उनके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित नवीन व्यावसायिक शिक्षा वाले स्कूलों को स्किल हब के रूप में चयनित कर विकसित कर रहे हैं। इसमें पूरे मध्यप्रदेश के 161 सहित इंदौर जिले के 16 में से 6 सरकारी स्कूलों का चयन किया है।

जिन सरकारी स्कूलाें का चयन किया है, उनके प्राचार्य व शिक्षक 8वीं उत्तीर्ण 15 से 29 वर्ष तक की आयु के छात्रों को चिन्हित कर स्किल इंडिया पोर्टल पर रजिस्टर करेंगे। इन 6 स्कूलों में कम से कम 20 व अधिकतम 40 छात्र 6 महीने का नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इसमें इंदौर के चार स्कूल शासकीय उत्कृष्ट उमावि बाल विनय मंदिर, शासकीय उमावि अहिल्याश्रम क्र. 2, शासकीय उमावि अहिल्याश्रम क्र. 1 और शासकीय मालव कन्या विद्यालय मोती तबेला में आईटी ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

छात्र प्रशिक्षण के बाद जूनियर साॅफ्टवेयर डेवलपर के पद के लिए पात्र होगा। शासकीय उत्कृष्ट उमावि महू में दो ट्रेड इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर और हेल्थ केयर का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे वे फील्ड टेक्नीशियन और जनरल ड्यूटी असिस्टेंट के पद पर कार्य करने के लिए पात्र होंगे। साथ ही शासकीय कन्या उमावि देपालपुर में भी छात्रों को हेल्थ केयर का प्रशिक्षण मिलेगा।

देशभर के सरकारी स्कूलों को स्किल हब के रूप में किया चयनित

1. इसमें प्रदेश के 161 व इंदौर के 6 सरकारी स्कूल भी शामिल

2. 15 से 29 साल तक के शाला त्यागी बेरोजगारों को मिलेगी 6 महीने तक प्रतिदिन एक घंटे की ट्रेनिंग, सर्टिफिकेट भी मिलेगा

3. स्कूलों को कम से कम 20 व अधिकतर 40 छात्रों का रजिस्ट्रेशन करना है पोर्टल पर

4. इसी महीने 10 जनवरी के बाद स्कूलों में शुरू होगी इनकी ट्रेनिंग

स्कूल के बाद रोज एक घंटे की मिलेगी ट्रेनिंग
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के एडीपीसी नरेंद्र जैन ने बताया कि प्रत्येक छात्र को प्रति कोर्स के लिए प्रतिदिन एक घंटे का प्रशिक्षण मिलेगा। यह प्रशिक्षण उन्हें स्कूली समय के बाद दिया जाएगा। इंदौर जिले के 16 स्कूलों में नवीन व्यावसायिक शिक्षा संचालित है। प्रत्येक सरकारी स्कूल में दो ट्रेड संचालित हैं। इसमें आईटी, ब्यूटी एंड वेलनेस, हेल्थ केयर, सिक्योरिटी, एग्रीकल्चर, रिटेल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर शामिल हैं।

इन स्कूलों की लैब का उपयोग भारत सरकार के द्वारा कौशल प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। साथ ही नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की तरफ से प्रमाण-पत्र भी मिलेगा। इसे अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया है। स्कूलों में रजिस्ट्रेशन होने लगे हैं। प्रशिक्षण एक-दो दिन में शुरू हो जाएगा।

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