पूर्व में तात्कालीन एसडीएम ने नगर के बड़े वार्डों में खाली प्लाटों में पनप रही गंदगी पर फोकस किया था, जिससे लोगों को किसी तरह का संक्रमण नहीं फैल सके। साथ ही लोगों को समझाइश दी थी कि खाली प्लाटों में गंदगी न करते हुए घर से निकलने वाला कचरा नगर पालिका के कचरा वाहन में डालें। हालांकि उसका लोगों पर असर नहीं हुआ है। अब भी लोग खाली प्लाटों में गंदगी डाल रहे हैं। इससे दूसरे लोगों को भी परेशानी होती है। नगर के सभी वार्डों की स्वच्छता पर फोकस किया गया था, लेकिन अब बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं जिन लोगों के प्लाट पड़े हैं उनको भी हदबंदी करने व बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए थे, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं हो सका। इसके साथ ही यहां के रहवासियों को समझाइश दी गई कि खाली प्लाटों में गंदगी नहीं डालें। नगर पालिका की कचरा वाहन में ही डालें। जिससे वार्ड व मोहल्ला स्वच्छ रह सके। नगर में खाली प्लाटों में वहीं के कुछ लोगों द्वारा कचरा डालने की समस्या काफी पुरानी है। इस कारण दूसरे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बारिश के दिनों में इन प्लाटों में पानी भरने से जहरीले कीड़ों का खतरा बना रहता है।
0 टिप्पणियाँ