पश्चिमी इंदौर की पहली तीन कॉलोनियों को क्राइम फ्री बनाया जा रहा है। इसमें अकेले रहने वाले बुजुर्गों का खास ख्याल रखा जाएगा। उनके बेडरूम में ही पैनिक बटन लगाएंगे जिसका अलार्म पड़ोसी के घर पर होगा। परेशानी होने पर उन्हें तुरंत पता चल जाएगा। इन कॉलोनियों में सब्जी वालों से लेकर नौकरों तक के स्पेशल कार्ड बनाए जाएंगे।
एडीसीपी प्रशांत चौबे के अनुसार पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र की पहल पर इसकी शुरुआत अन्नपूर्णा क्षेत्र के सिद्धार्थ नगर, जैन कॉलोनी और नेमी नगर से की है। इसके लिए रहवासी भी पुलिस की मदद के लिए तैयार हुए हैं। हर मोड़ व एंट्री-एग्जिट पॉइंट पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। 35 से ज्यादा कैमरे लग चुके हैं।
सब्जी-दूध वालोंं के बनेंगे कार्ड, एंट्री गेट व हर मोड़ पर कैमरे
तीनों कॉलोनियों में बाउंड्रीवॉल बनाकर गेट से एंट्री की व्यवस्था की जा रही है। यहां हर आने-जाने वाले की जानकारी दर्ज की जाएगी। कॉलोनी के एंट्री पॉइंट और हर मोड़ पर सीसीटीवी कैमरे रहेंगे। इनका डायरेक्शन ऐसा रहेगा कि हर आने वाली गाड़ी का नंबर और व्यक्ति का चेहरा स्पष्ट दिख सके।
तीनों कॉलोनियों के सभी किराएदार व काम करने वालों का सत्यापन नए सिरे से हो रहा है। इसके अलावा कॉलोनी में आने वाले सब्जी, दूध, भंगार, इलेक्ट्रीशियन नल फिटिंग वालों को भी यहां के स्पेशल कार्ड बनाकर दिए जाएंगे ताकि कोई नया व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सके।
10-10 लोगों की कमेटी बना रहे
चौबे के अनुसार कॉलोनी में डिस्प्ले पर अपराधों की जानकारी के साथ पुलिस के हेल्पलाइन नंबर भी डिस्प्ले किए जाएंगे। फ्रॉड और साइबर अपराध की जागरूकता के लिए कैंप लगाएंगे। साथ ही तीनों कॉलोनियों में 10-10 लोगों की एक जागरूक कमेटी बनाएंगे, जिसका सचिव पुलिस का बीट प्रभारी होगा। वह हर बैठक में जाकर सुरक्षा पर रिव्यू भी करेगा। रहवासियों की गाड़ियों के लिए स्पेशल ग्रीन कार्ड चिपकाए जाएंगे।
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