भोपाल में न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए वन विहार, लेक व्यू और सैर सपाटा परफेक्ट रहेंगे। शौर्य स्मारक, मानव और जनजातीय म्यूजियम में भी खुले रहेंगे। कोरोना के संक्रमण के चलते मास्क पहनना जरूरी रहेगा तो सोशल डिस्टेंसिंग भी रखना होगी। वन विहार में 5 हजार से ज्यादा टूरिस्ट पहुंचने की उम्मीद है। वहीं, भोजपुर में करीब एक लाख लोग पहुंचेंगे।
इस बार न्यू ईयर की शुरुआत छुटि्टयों से हो रही है। पहले और दूसरे दिन शनिवार-रविवार की छुट्टी रहेगी। यदि आप न्यू ईयर सेलिब्रेशन करना चाहते हैं तो भोपाल में अनेक स्पॉट हैं, जो पिकनिक के लिए भी परफेक्ट रहेंगे।
बड़ी संख्या में टूरिस्टों के पहुंचने की उम्मीद
शनिवार और रविवार को सरकारी छुट्टी है। ऐसे में राजधानी के टूरिस्ट स्पॉट पर बड़ी संख्या में टूरिस्टों के पहुंचने की उम्मीद है। शनिवार के साथ रविवार को भी लोगों की भीड़ उमड़ने के आसार है, लेकिन वैक्सीन के दोनों डोज लगाने और मास्क पहनने के बाद ही एंट्री दी जाएगी।
यहां करें न्यू ईयर सेलिब्रेशन
वन विहार : सुबह 6.30 बजे से खुलेगा, शाम 5.30 बजे तक एंट्री
वन विहार नेशनल पार्क सुबह 6.30 बजे खुल जाएगा। यहां शाम 5.30 बजे तक टूरिस्टों को एंट्री दी जाएगी। डिप्टी डायरेक्टर डॉ. एके जैन ने बताया, वन विहार की टाइमिंग सुबह 6.30 से शाम 6 बजे तक है। एंट्री 30 मिनट पहले तक ही मिलेगी। घूमने आने वाले टूरिस्टों को बिना मास्क के एंट्री नहीं देंगे।
इन जानवरों के होंगे दीदार
बाघ, तेंदुआ, भालू, हायना, गौर, बारहसिंगा, सांभर, चीतल, नीलगाय, कृष्ण मृत, जंगली सूअर, सेही, मगर, घड़ियाल, कछुआ आदि जानवर है। सांभर, चीतल, नीलगाय, कृष्णमृग, लंगूर, जंगली सूअर, सेही, खरगोश खुले में विचरण करते हुए नजर आते हैं। वहीं, बाघ समेत अन्य मांसाहारी जानवरों को बड़े बाड़ों में रखा गया है।
बोट क्लब : ले सकते हैं बोटिंग का मजा
बोट क्लब पर लोग वोटिंग का मजा ले सकते हैं। साथ ही क्रूज की सवारी भी कर सकते हैं। रेस्टोरेंट में विभिन्न डिश का टेस्ट भी चख सकते हैं। बड़ी झील की लहरों में क्रूज मस्ती करता हुआ गुजरता है, तो आकर्षक नजारा बनता है। वहीं, बोट का लुत्फ भी लोग उठाते हुए नजर आते हैं।
क्रूज और बोट का टिकट अलग-अलग है। टिकट लेकर लोग क्रूज और बोट का मजा उठा सकते हैं।
सैर सपाटा : मनोरंजन के साधन, उठाएं लुत्फ
बड़ा तालाब के किनारे सैर सपाटा 24 एकड़ एरिये में फैला है। इसमें 183 मीटर लंबा सस्पेंशन ब्रिज ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला की तर्ज पर किया गया, जो सैर सपाटा का मुख्य आकर्षण है। बच्चों के लिए यहां कई मनोरंजन के साधन है। इसलिए यहां पर हर रोज बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। आप भी जाकर लुत्फ उठा सकते हैं।
वह सब, जो दे खुशी
सैर सपाटा में वह सब है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को खुशी देता है। बोटिंग, ट्रॉय ट्रेन, रेस्टोरेंट और फूड जोन के साथ जंगल ट्रेक भी है। चिल्ड्रन जोन भी है। सैर सपाटा सुबह 11 से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
म्यूजियम : देख सकते हैं गांव की झलक
इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय सुबह 10 से शाम 5.30 बजे तक खुला रहेगा। जनजातीय संग्रहालय दोपहर 12 से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा। दोनों ही म्यूजियम स्मार्ट रोड पर पास-पास में है। यहां पर गांव की झलक भी देखने को मिलेगी। ऑनलाइन तरीके से भी टिकट बुक की जा सकती है। इसके लिए म्यूजियम की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।
शौर्य स्मारक
शहीदों को आदर और श्रद्धांजलि देने के मकसद से अरेरा हिल्स की पहाड़ी पर शौर्य स्मारक बनाया गया है, जो 12 एकड़ एरिया में फैला है। अमूमन यहां पर देशभक्ति से जुड़े आयोजन होते हैं। शौर्य स्मारक में 62 फीट ऊंचा स्तंभ है। वहीं संग्रहालय भी है। जिसमें युद्ध के चित्र है। दोपहर 12 से शाम 7 बजे तक आप यहां पहुंच सकते हैं।
कोलार डैम
झीलों की नगरी भोपाल चारों ओर से जंगल से घिरा हुआ है। इनमें से एक है कोलार डैम। भोपाल से इसकी दूरी 21 किमी है। इसमें से करीब 15 किमी का रास्ता जंगल से होकर गुजरता है। खुबसूरत वादियों और हरियाली से घिरा जंगल आंखों को सुकून देता है। रास्ते में बहती नदी के कई किनारे पिकनिक स्पॉट बन गए हैं। रास्ते में झिरी गांव आता है। यह बेतवा नदी का उद्गम स्थल है। यहां भी पिकनिक का लुत्फ उठाया जा सकता है।
केरवा डैम
कैरवा डैम भी बड़ा पिकनिक स्पॉट है। न्यू मार्केट से भदभदा ब्रिज से नीलबड़ रोड पर होते हुए केरवा डैम पहुंचा जा सकता है।
कलियासोत डैम
कलियासोत डैम प्रमुख पिकनिक स्पॉट है। यहां पर रोज सैकड़ों लोग पहुंचते हैं। हालांकि, घूमने जाने पर सुरक्षा के लिहाज से एहतियात बरतने की भी जरूरत है। हर रोज सुबह से शाम तक डैम पर जाया जा सकता है। डैम किनारे कई ऐसे स्पॉट है, जहां पर हरियाली का आकर्षक नजारा देखने को मिलता है। लोग यहां पर पिकनिक मना सकते हैं।
भोजपुर भी पहुंचेंगे लोग, लेकिन मास्क-सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें
भोपाल से 32 किलोमीटर की दूरी पर भोजपुर है। यहां का शिव मंदिर सबसे ऊंचे शिवलिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध है। 22 फीट ऊंचा यह शिवलिंग दुनिया का सबसे ऊंचा और विशालतम शिवलिंग है। यह इस मंदिर की पहली विशेषता है। यही नहीं, यह शिवलिंग एक ही पत्थर से बना है।
नए साल की शुरुआत करीब एक लाख भक्त यहां पहुंचेंगे और बाबा के दर्शन करेंगे। आप भी यहां पहुंच रहे हैं तो आपको मास्क अनिवार्य रूप से पहनना होगा। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग भी रखना होगी। 1 जनवरी को मंदिर सुबह 5 बजे खुलेगा और रात 8 बजे बंद होगा। करीब 3 क्विंटल फूलों से बाबा का श्रृंगार किया जाएगा।
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