भोपाल के अवधपुरी शिवलोक फेस-टू में युवक ने अपनी ही दुकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने पत्नी को मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा-तुम्हारे लिए मैंने मां-भाई बहन को छोड़ा, इसका तुम्हें अहसास नहीं, हमारा प्लाट बेटी के नाम कर देना। मेरी मौत की जिम्मेदार पत्नी है। एएसआई राकेश सिंह परिहार ने बताया कि पीरिया मोहल्ला में रहने वाला विक्रम विश्वकर्मा पिता रामसेवक विश्वकर्मा (35) फब्रीकेशन का व्यापार करता था। शिवलोक फेस-2 में ओमप्रकाश शर्मा की दुकान किराये पर ले रखी थी। दुकान में वह वेल्डिंग का काम करता था। विक्रम प्रतिदिन की तरह रविवार सुबह दुकान पहुंचा। उसने पाइप पर रस्सी का फंदा बांधकर फांसी लगा ली। दोपहर करीब ढाई बजे ओम प्रकाश शर्मा दुकान पहुंचे। देखा कि दुकान का शटर बंद है। उन्होंने खिड़की से जाकर देखा तो पता चला कि विक्रम ने फांसी लगा ली है।
इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दुकान का शटर खुलवाकर विक्रम का शव पीएम के लिए भेज दिया। विक्रम की तलाशी लेने पर उसकी पेंट की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरी मौत की जिम्मदार मेरी पत्नी है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि पति-पत्नी में कहासुनी हुई थी। इसके बाद पत्नी दो दिन पहले रूठकर अपने मायके विदिशा चली गई थी। अनुमान लगाया जा रहा है विवाद के बाद पत्नी के मायके जाने से दुखी होकर उसने आत्महत्या की है। मूलत:
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