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धनुर्मास उत्सव:दूल्हा बने प्रभु रंगनाथ, भक्तों ने मंदिर परिसर में निकाली बारात, मां गोदा के संग रचाया विवाह

 

गुमाश्ता नगर, छत्रीबाग और पद्मावती वेंकटेश देवस्थानम में मनाया विवाह उत्सव, रथयात्रा निकली। - Dainik Bhaskar
गुमाश्ता नगर, छत्रीबाग और पद्मावती वेंकटेश देवस्थानम में मनाया विवाह उत्सव, रथयात्रा निकली।

धनुर्मास उत्सव के तहत मंगलवार को शहर के वेंकटेश मंदिरों में गोदा-रंगनाथ विवाह उत्सव मनाया गया। इस दौरान मंदिरों में आकर्षक मंडप सजाया गया। मंदिर परिसर में ही भगवान की बारात निकली। इसमें भक्त बाराती और घराती बने। विवाह की सभी रस्मों के बाद गोदा-रंगनाथ विवाह उत्सव हुआ। साथ ही मंदिरों में प्रभु की सांकेतिक रथयात्रा भी निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए।

सांकेतिक रथयात्रा निकाली

श्री पद्मावती वेंकटेश देवस्थानम में मंगलवार को गोदा-रंगनाथ विवाहोत्सव और रथयात्रा का आयोजन किया गया। विवाहोत्सव में भगवान पद्मावती वेंकटेश रंगनाथ के रूप में भक्तों की बारात के संग गोदाजी को ब्याहने के लिए अश्व वाहन पर सवार हुए। वैदिक मंत्रों के साथ भगवान गोदा रंगनाथ का कल्याणोत्सव हुआ। मोहित कश्यप ने बताया शाम को मंदिर परिसर में सांकेतिक रथयात्रा निकाली गई।

मंदिर में गूंजे मंगल गीत, मनाया उत्सव

श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में गोदा-रंगनाथ विवाह उत्सव मनाया गया। महिलाओं ने विवाह के गीत गाए। स्वामी विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज भगवती गोदा अंबाजी के श्री विग्रह को गोद में लेकर सभी भक्तों के साथ सत्संग मंडप में पहुंचे। बारातियों के साथ प्रभु रंगनाथ बारात में निकले। पंकज तोतला ने बताया विवाह के बाद गोदा अंबाजी द्वारा प्रभु रंगनाथजी को संकल्प अनुसार 151 खिरान से भरे घड़ों का भोग लगाया गया।

भगवान को पालकी में किया विराजित

गुमाश्ता नगर स्थित तिरुपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान में गोदा रंगनाथ विवाह महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। देवस्थान के ट्रस्टी पुरुषोत्तम पसारी व राम मूंदड़ा ने बताया सुबह प्रारंभ में भगवान के लिए श्लोकों का वाचन किया गया। भगवान को एक पालकी में रखकर माथे पर विराजमान किया गया। इस तरह भगवान की बारात मंदिर परिसर में निकली। तीन परिक्रमा के बाद माता गोदा एवं भगवान रंगनाथ के विवाह की रस्में पूरी की गई।

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