महिला कांग्रेस में प्रदेश कार्यकारिणी और जिला -शहर अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर 24 दिन से चल रहा विवाद उस समय गहरा गया जब सभी को नियुक्ति पत्र जारी कर 12 घंटे के भीतर ही कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया। पार्टी ने सिर्फ चार प्रदेश उपाध्यक्ष को छोड़, बाकी सभी को हटा दिया। इसी बीच प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अर्चना जायसवाल को भी हटा दिया।
प्रदेश कांग्रेस से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने भी जायसवाल को हटाए जाने की पुष्टि की। हालांकि जायसवाल ने इससे इनकार किया। उन्होंने कहा मुझ सहित चार प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर बने हुए हैं। पार्टी आलाकमान और प्रदेश कांग्रेस की सहमति से नए सिरे से कार्यकारिणी का गठन होगा। दरअसल, 31 जनवरी को जायसवाल ने प्रदेश कार्यकारिणी, जिला-शहर अध्यक्षों की नियुक्ति की थी।
प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल को हटाने की चर्चा, उन्होंने इससे इनकार किया
प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अर्चना जायसवाल ने कहा मुझे हटाने की चर्चा गलत है। मैं (प्रदेश अध्यक्ष) सहित चार उपाध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। बाकी कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। हम नए सिरे से कार्यकारिणी तैयार करेंगे। कुछ नामों को लेकर गतिरोध था। पार्टी आलाकमान और प्रदेश कांग्रेस कमेटी से चर्चा कर नए सिरे से कार्यकारिणी बनाएंगे।
जिन्हें नियुक्ति पत्र जारी हुए, उन्होंने कार्यकारिणी भंग पर जताई नाराजगी
जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष और प्रदेश महिला कार्यकारिणी में जिन लोगों को नियुक्ति पत्र जारी हुए और फिर कार्यकारिणी भंग कर दी गई, इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा- पहले नियुक्ति की, फिर सूची होल्ड की। बाद में नियुक्ति पत्र जारी किए और फिर कार्यकारिणी भंग कर दी। प्रदेश अध्यक्ष को आला कमान और प्रदेश कांग्रेस से समन्वय के बाद ही नियुक्तियां करना थीं।
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