शहर के 1550 धार्मिक स्थलों की सुरक्षा अब पुलिस की इंटेलिजेंस विंग करेगी। डीसीपी इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी ने 10 थानों के 450 स्थलों को चिह्नित भी कर लिया है। इसकी शुरुआत मंगलवार को खजराना गणेश मंदिर से हो गई। सुरक्षा के 16 बिंदुओं पर व्यवस्था को जांचा जा रहा है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि सुरक्षा ऑडिट में उन सभी छोटी से छोटी व्यवस्थाओं का आकलन कर रही है जिनकी लापरवाही से धर्म स्थल या शहर में विवाद या उपद्रव जैसी स्थिति निर्मित करने की कोशिश की जाती है।
स्कैनर की व्यवस्था नहीं है, पार्किंग में भी सुरक्षा जरूरी
डीसीपी इंटेलिजेंस एवं सिक्योरिटी रजत सकलेचा ने बताया कि सुरक्षा ऑडिट की शुरुआत खजराना गणेश मंदिर से की है। यहां सुरक्षा के अन्य बंदोबस्त तो हैं, पर सामान के स्कैनर की व्यवस्था नहीं है। पार्किंग परिसर भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। इन बिंदुओं पर प्रशासन से चर्चा करेंगे।
इन बिंदुओं पर सुरक्षा को परखा जा रहा है
1. धर्म स्थल किसके अधीन है 2. इसकी देखरेख कमेटी में कौन है काम कैसे करती। 3. कमेटी में आपराधिक प्रवृत्ति से जुड़ा व्यक्ति तो नहीं 4. भौगोलिक परिसर और उसका नक्शा। 5. एंट्री- एग्जिट की स्थिति। 6. सीसीटीवी व सुरक्षा गार्ड। 7. त्योहार व दिन विशेष पर कहां कितनी भीड़ होती है। 8. बाउंड्री व मेन-गेट किस हाइट के हैं या नहीं है। 9. नाइट विजन कैमरे की स्थिति। 10. मंदिर की मुख्य मूर्ति, गर्भगृह कैमरे में हैं या नहीं। 11. आवाजाही के मार्ग व परिसर की सुरक्षा की स्थिति। 12. मंदिर या देखरेख करने वालों का पुलिस सत्यापन। 13. बड़े स्थलों पर स्कैनर मशीनों की स्थिति। 14. दिव्यांग,बुजुर्गों वीआईपी एंट्री की सुरक्षा। 15. बाहरी और अनजानों की मॉनिटरिंग। 16. मैनेजमेंट, संचालक व प्रशासन के साथ ऑडिट व सिक्योरिटी मेनटेनेंस।
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