कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का पीक गुजरे अब 16 दिन हो चुके हैं। तीसरी लहर में जितनी तेजी से संक्रमण बढ़ा, उतनी ही तेजी से संक्रमण कम भी हुआ। तीसरी लहर की शुरुआत यानी 1 जनवरी को हर दिन संक्रमितों का आंकड़ा सिर्फ 80 था। तब संक्रमण दर महज 1.16 फीसदी थी। मरीज बढ़ना शुरू हुए तो सिर्फ 22 दिनों में आंकड़ा 80 से बढ़कर 3300 को पार कर गया। पीक पर संक्रमण दर 27.09 फीसदी थी। हालांकि राहत की बात यह थी कि तब भी अस्पतालों में मरीजों का आंकड़ा 250 से ज्यादा नहीं था। यानी कोरोना की गिरफ्त में लोग आ रहे थे, लेकिन वैक्सीन के दोनों डोज लगे होने से गंभीर स्थिति में पहुंचने से बच गए।
औसत 10 हजार से ज्यादा सैंपल हर दिन जांचे
तीसरी लहर के दौरान औसत 10 हजार सैंपल की जांच की गई। कम से कम 9 हजार तो अधिकतम 12 हजार सैंपल एक दिन में जांचे गए। संक्रमण दर जरूर सैंपलिंग के अनुसार घटती-बढ़ती रही। तीसरी लहर में जिस दिन सबसे अधिक मरीज आए (22 जनवरी को 3372), उस दिन एक ही दिन में 12466 सैंपल जांंचे गए थे।
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