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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुलमोहर और करंज का पौधा लगाया

 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट उद्यान में गुलमोहर और करंज का पौधा लगाया। इस अवसर पर नरयावली विधायक श्री प्रदीप लारिया तथा रक्षिता वेलफेयर सोसाइटी की डॉ. (श्रीमती) ब्रीज़ त्रिपाठी, श्री अशोक हिन्दुस्तानी, श्री सैफुद्दीन, श्री गुणादित्य त्रिपाठी साथ थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान पौध-रोपण और पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों में समाज की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिदिन सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और इस दिशा में सक्रिय व्यक्तियों के साथ पौध-रोपण करते हैं।

सोसायटी द्वारा विगत 18 वर्ष से अधिक समय से सामाजिक क्षेत्र में सेवा एवं सुधार के कार्य नियमित रूप से किये जा रहे हैं। सोसायटी बेटी बचाओ, महिला सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण तथा सामाजिक जागरूकता की दिशा में भी सक्रिय है। सोसायटी भोपाल, अशोक नगर, लटेरी सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में करीब 11 हजार पौधे लगा चुकी है और पौधों के संरक्षण का काम भी लगातार कर रही है। सोसाइटी बच्चों के यौन शोषण के विरुद्ध जागरूकता की दिशा में अब तक 19 हजार बालिकाओं को निःशुल्क आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे चुकी है।

पूर्व सैनिक पैराकमांडो अशोक हिन्दुस्तानी स्वच्छ भारत प्रचारक के रूप में साइकिल से पूरे भारत की यात्रा कर चुके है। वे स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, पेड़ लगाओ- पर्यावरण बचाओ का सन्देश लेकर 25 वर्षों से कार्य कर रहे है। लगभग 5 वर्षों से पॉलीथिन मुक्त भारत और भोपाल को स्वच्छता में नंबर एक बनाने के लिए गीला और सूखा कचरा अलग-अलग देने और सरकार का सहयोग करने का भी सन्देश दे रहे है।

पैंसठ वर्षीय श्री सैफ़ुद्दीन ने 2 अक्टूबर 2015 से अपने दो पहिया वाहन से स्वच्छता के प्रति जन जागरण अभियान कर रहे हैं। वे स्वच्छता के संदेश के वस्त्रों को धारण कर दो पहिया वाहन में भोपाल के अलावा प्रदेश के कई क्षेत्रों की यात्रा कर स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं।

पौधों का महत्व

करंज का पौधा आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण माना गया है। इसका उपयोग धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है। गुलमोहर को विश्व के सुंदरतम वृक्षों में से एक माना जाता है। गुलमोहर की पत्तियों के बीच बड़े-बड़े गुच्छों में खिले फूल, इस वृक्ष को अलग ही आकर्षण प्रदान करते हैं। ग्रीष्म में गुलमोहर के पेड़, पत्तियों की जगह फूलों से लदे हुए रहते हैं। यह औषधीय गुणों से भी समृद्ध है।


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