पश्चिम क्षेत्र में श्रीमद् भागवत सप्ताह का समापन नवाचार : जीवन को सरल और निर्मल बनाने के लिए विचारों की शुद्धता जरूरी
इंदौर। भौतिकता के दौर में हम जीवन को कठिन बनाकर अंर्तद्वंद्व में उलझे जा रहे हैं, जबकि प्रभु की शरण में रहेंगे तो जीवन सरल और निर्मल बनेगा। साथ ही विचारों में शुद्धता आएगी, जिससे भवसागर से पार होने में मदद मिलेगी।
उक्त उद्गार पश्चिम क्षेत्र गांधीनगर स्थित एन.एन. सिटी में चल रहे श्रीमद् भागवत सप्ताह के दौरान भागवत भूषण पं. बालकृष्ण शास्त्री ने व्यक्त किए। श्रीमद भागवत कथा दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक प्रतिदिन जारी है। समापन आरती एवं व्यासपीठ पूजन पं. अनंत योगेन्द्र महंत ने किया और आचार्य श्री का आशीर्वाद भी लिया। पश्चिम क्षेत्र में जारी श्रीमद भागवत कथा में अब तक कपिल चरित्र, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, प्रहलाद चरित्र, गजेन्द्र मोक्ष, वामन अवतार और श्रीराम चरित्र, गोवर्धन पूजा, श्रीकृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग का वर्णन किया जा चुका है। भगवान की लीलाओं का श्रवण कर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भाव-विभोर हो जाते हैं। कथा में कई बार तालियों की गडग़ड़ाहट तो जयघोष और भाव-विभोर करने वाले प्रसंगों पर नयनों से अश्रुधारा के दृश्य भी मन को द्रवित कर रहे हैं। पं. अनंत योगेन्द्र महंत ने बताया कि सोमवार को हवन, पूर्णाहुति के पश्चात कथा का समापन होगा। इसके पश्चात महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। आयोजन समिति की श्रीमती संपत्ति देवी, रेखा-राजेश जी, प्रीति-अमित जी ने बताया कि श्रीमद भागवत सप्ताह में बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग शामिल हो रहे हैं। प्रतिदिन शाम को महाआरती और प्रसादी का वितरण भी किया जा रहा है।
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