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नम आंखों से दी इंदौर की बेटी को आदरांजलि:लताजी के नाम पर इंदौर में बनेगी अकादमी, कॉलेज व संगीत संग्रहालय, प्रतिमा भी लगेगी

दैनिक भास्कर द्वारा आयोजित आदरांजलि में सोमवार को रवींद्र नाट्यगृह में सैकड़ों नागरिकों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। - Dainik Bhaskarदैनिक भास्कर द्वारा आयोजित आदरांजलि में सोमवार को रवींद्र नाट्यगृह में सैकड़ों नागरिकों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

जिनकी आवाज ने हमें मुश्किल वक्त में थामा... जिनके गीतों ने भरोसा दिलाया कि संघर्ष कितना ही हो, जीवन फिर भी सुंदर है। जिनकी यादें आज भी शहर के गली-मोहल्लों में महकती हैं। दैनिक भास्कर द्वारा आयोजित आदरांजलि में सोमवार को रवींद्र नाट्यगृह में सैकड़ों नागरिकों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

लताजी की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने इंदौर में उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी। संगीत अकादमी, कॉलेज व संग्रहालय स्थापित होगा। सीएम शिवराजसिंह चौहान ने भोपाल में कहा, लताजी के जन्मदिन पर उनके नाम पुरस्कार भी दिया जाएगा।

कुछ आंखें उन्हें याद कर नम हो आई थीं, कुछ गले रूंध गए थे... वह सुनहरी आवाज़ जो हमारे ज़हन-ओ-दिल में है और रहेगी...जो काल से होड़ करती रही, जो किसी का सुकून भी बनी और किसी का संबल भी... उस आवाज़ को नमन करने, उसे श्रद्धा के फूल चढ़ाने, शब्द सुमन अर्पित करने शहर से हज़ारों लोग पहुंचे। हर उम्र हर पीढ़ी के लोग जो लता जी की आवाज़ का अमृतपान करते रहे हैं, वे सब यहां उपस्थित थे। हर क्षेत्र के प्रतिनिधि यहां मौजूद रहे। खिलाड़ियों से लेकर देश के सीमा प्रहरियों तक, कलाकारों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी और हर वह शख्स जो लता जी पर गौरवान्वित है, उसने दैनिक भास्कर की ओर से सोमवार को रवींद्र नाट्यगृह में कराई गई श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लिया, इस पल के साक्षी बने... यहां हर किसी की मौजूदगी ख़ास रही... चुनिंदा क्षण और वाकए हम साझा कर रहे हैं...

सचिन की नज़र उतारना चाहती हूं
एक मैच में सचिन तेंदुलकर बार-बार चोटिल हो रहे थे। लता जी बोलीं - मैं उनकी नजर उतारना चाहती हूं। उस दिन उनमें मां का स्वरूप देखा। - पद्मश्री सुशील दोशी, क्रिकेट कमेंटेटर

युगों-युगों तक प्रेरणा देती रहेंगी
लता जी ने ईश्वर, मानवता, समाज, देश के लिए वह प्रेरणास्पद है। लता दीदी कही नहीं गई हैं, वो हमेशा हम सब के अन्दर हैं। -पद्मश्री जनक पलटा, सामाजिक कार्यकर्ता

उनकी आवाज़ सैनिकों का संबल
लता जी के गीतों से देश के सीमा प्रहरी प्रेरित होते हैं। बर्फ में, जंगलों तक देश सेवा में डटे रहने में उनकी आवाज़ अहम भूमिका अदा करती रही है। - एके यादव, आईजी, CSWT, BSF, इंदौर

वे कहीं नहीं गईं, अमर रहेंगी
लताजी के गीत सुनने से दर्द दूर हो जाता हैं। लता दीदी का जन्म तो हुआ लेकिन अंत कभी नहीं होगा। वे युगों युगों तक अमर रहेंगी। - मीर रंजन नेगी, पूर्व हॉकी खिलाड़ी

उनका कार्य अनंत तक रहेगा
इंटरनेट, यूट्यूब हों, दूरदर्शन या आकाशवाणी..उनकी आवाज गुंजायमान रहेगी। उनका कार्य युगों युगों तक जीवित रहेगा।- जयंत भिसे, अध्यक्ष, मध्यप्रदेश अलाऊद्दीन खां अकादमी

सौभाग्य है कि उनके दौर में जन्मे
15 वर्ष की उम्र से 92 की उम्र तक गाती रहीं। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमने उस युग में जन्म लिया जब वे गा रही थीं। - पवन शर्मा, संभागायुक्त इंदौर

इंदौर की माटी कृतार्थ हुई
हमारे जीवन के हर क्षण में संगीत के माध्यम से साथ रही हैं। उन्हें भुलाया नहीं जा सकता। इंदौर की माटी से वे निकली हैं ये गर्व की बात है। - हरिनारायणचारी मिश्र, पुलिस कमिश्नर

सिर्फ कलाकार नहीं, संस्कार थीं
वो सिर्फ कलाकार नहीं थी, बल्कि एक संस्कार थीं। इतने ऊंचे शिखर पर होने के बावजूद इतनी सौम्य व आडम्बर से दूर थीं यह प्रेरणास्पद। - आकाश विजयवर्गीय, विधायक

उनकी जन्मस्थली पर हैं, धन्य हैं
विधायक संजय शुक्ला, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और विशाल पटेल ने कहा कि ईश्वर ने उनके जन्मस्थान के रूप में इंदौर को चुना यह हमारा सौभाग्य है।

रवींद्र नाट्यगृह में हुए इस कार्यक्रम में हर कलाकार ने अपने तरीके से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। चितेरों ने रंग रेखाओं से उन्हें याद किया। मूर्तिकार अजय पुन्यासी ने सभागार के बाहर क्ले से उनका पोर्ट्रेट बना दिया।

पेशे से डॉक्टर और चित्रकार इमरान खान ने लता जी की यह पेंटिंग बनाई। उन्होंने महज़ आधे घंटे में यह मोनोक्रोम पोर्ट्रेट तैयार किया। कार्यक्रम में आए कई लोगों ने उनकी बनाई इस कृति के साथ तस्वीरें खींचीं।

लता जी सुरों का जीवंत इतिहास थीं। उनके जाने से जो खालीपन आया है, वह कभी भरा नहीं जा सकेगा। -नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री, मप्र

ये भी रहे मौजूद...

पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर, अर्चना जायसवाल, अश्विनी शुक्ला, जीतू जिराती, कमलेश खंडेलवाल, गोविंद मालू, पिंटू जाेशी, राजेश चौकसे, गिरधर नागर, राकेश सिंह यादव, अखिलेश जैन, नीलाभ शुक्ला, शैलू सेन, निरंजनसिंह चौहान, जया तिवारी, जौहर मानपुरवाला, जेपी मूलचंदानी, मिलिंद तिवारी, अनिल यादव, जगमोहन वर्मा, सुधीर देड़गे, मनजीत टूटेजा, रमीज खान, आशीष दीक्षित, रामदास गर्ग, एसीपी डॉ. प्रशांत चौबे महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास, दादू महाराज, अरविंद बागड़ी, डॉ. अनिल भंडारी, गोविंद सिंघल, संतोष गोयल, योगेश मेहता, प्रयोग गर्ग, मजहर हुसैन सेठजीवाला, बोहरा समाज के बुरहानुद्दीन शकरुवाला, पुष्पा गुप्ता, नरेश फुंदवानी, राजकुमार साबू, प्रकाश राजदेव, राजेंद्र महाजन डॉ. सुरेश सिलावट, डॉ. एसएल गर्ग, प्रो. राजीव झालानी, प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी, प्रो. रमेश मंगल, अशोक कोठारी, साहित्यकार हरेराम वाजपेयी, अरविंद ओझा, प्रवीण खारीवाल अधिवक्ता सौरभ मिश्रा, वरुण रावल, नंदकिशोर शर्मा, महेंद्र मौर्य, प्रवीण रावल, अंशुमान श्रीवास्तव, प्रवीण मालवीय, मनीष यादव, रोहित उज्जैनी, शैलेंद्र द्विवेदी, मनोज बिनीवाले, टेबल टेनिस संघ के अध्यक्ष ओम सोनी, डॉ. संजय लोंढे, एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. संजय दीक्षित, डॉ. एसबी बंसल, डॉ. सलिल साकल्ले, डॉ. अमित मालाकार, डॉ. माधव हसानी, डॉ. कुलदीप राणा शास्त्रीय गायिका शोभा चौधरी, संस्कृतिकर्मी आलोक वाजपेयी, अदिति गौतम काळे, संस्कृतिकर्मी अभिषेक गावड़े, वायलनिस्ट कमल कामले, कपिल राठौर, पिंटू कसेरा, श्री अग्रवाल महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रतिभा मित्तल, दीपक मल्होत्रा, अखिलेश जैन सहायक प्रशिक्षण केंद्र, सीमा सुरक्षा बल इंदौर के 150 जवान और अधिकारी व शहर के अन्य नागरिक भी पहुंचे।

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