अनियमित वर्षा, ग्लेशियरों के पिघलने और समुद्र का जल-स्तर बढ़ने के खतरों से धरती को बचाने के लिए पौध-रोपण आवश्यकमुख्यमंत्री श्री चौहान प्रतिदिन पौध-रोपण का एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम में हुए सम्मिलितमुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में स्वयंसेवी संस्थाओं ने रोपे 425 पौधेपेड़ लगाने का अभियान निरंतर रहेगा जारी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वातावरण के तापमान को कम करने के लिए वृक्षारोपण जरूरी है। क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग के कारण धरती का तापमान 2 डिग्री सेंटीग्रेड बढ़ जाएगा। जिससे ग्लेशियर पिघलेंगे, समुद्र का जल-स्तर बढ़ेगा और वर्षा अनियमित होगी। इन संकटों से बचने का एक प्रभावी माध्यम वृक्षारोपण है। वृक्षारोपण को हमें अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाना होगा। परिजनों की स्मृति और हर खुशी के मौके पर हम पौध-रोपण अवश्य करें। जन्म-दिवस पर फूलों के गुलदस्ते, माला पहनाने और होर्डिंग लगाने जैसी गतिविधियाँ व्यर्थ हैं। पेड़ लगाने से जन्म-दिवस अधिक सार्थक होगा। इससे हम जिस दिन दुनिया में आए हैं उस दिन का स्मरण करते हुए पृथ्वी को कुछ भेंट कर रहे होंगे। यह हमारी धरती के प्रति प्रेम की अभिव्यक्ति होगी। साथ ही जन्म-दिवस आदि पर वंचितों की सहायता, समाज सेवा जैसी गतिविधियों को भी प्रोत्साहित किया जाए। यह गतिविधियाँ हमारे जन्म-दिवस को सार्थक स्वरूप देंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया “शिववाटिका प्रकृति की सेवा का संकल्प” पुस्तक का विमोचन
मुख्यमंत्री श्री चौहान सामाजिक संगठनों के साथ भोपाल के तात्या टोपे नगर के ए.बी.डी क्षेत्र में प्रकृति की सेवा का संकल्प वृक्षारोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा अमरकंटक में 19 फरवरी 2021 को नर्मदा जयंती के अवसर पर प्रतिदिन पौध-रोपण का संकल्प लिया गया था। इस संकल्प के क्रम में कई संस्थाओं द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ पौध-रोपण किया गया। आज आयोजित कार्यक्रम में इन संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, अखिल भारतीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश, मध्यप्रदेश प्रभावी श्री मुरलीधर राव, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सुहास भगत, पूर्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण कुसमरिया, पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा गुट्टू भैया तथा अन्य जन-प्रतिनिधियों के साथ पीपल और आम सहित पाँच पौधे लगाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा प्रकृति की सेवा के संकल्प के अंतर्गत एक साथ 425 पौधे लगाए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने संकल्प के क्रम में 19 फरवरी 2021 से अब तक किए गए पौध-रोपण पर केन्द्रित "शिव वाटिका प्रकृति की सेवा का संकल्प" पुस्तक का विमोचन किया। वर्षभर लगाए गए पौधों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पर्यावरण संकल्प पट्टिका का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पौध-रोपण करने आयीं स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्यों से भेंट की।
प्रदेश को आगे बढ़ाने में सामाजिक संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेड़ों के बिना दुनिया नहीं चल सकती है। पर्यावरण को बचाना है तो समाज को भी आगे आना होगा। मैंने 19 फरवरी 2021 को नर्मदा जयंती पर अमरकंटक से प्रतिदिन पौध-रोपण आरंभ किया था। मैं भोपाल में रहूँ या अन्यत्र प्रवास पर मैंने प्रतिदिन पौध-रोपण किया। अब मुझे यह पौधे अपने परिजनों के समान लगते हैं। पौधे लगाने से आत्मीयता और ममत्व का भाव उत्पन्न होता है। मैं जिस दिन पौधा नहीं लगाता उस दिन अधूरापन लगता है। वर्षभर चले पौध-रोपण अभियान में कई संस्थाएँ मेरे साथ पौध-रोपण में सम्मिलित हुईं। इससे यह ज्ञात हुआ कि भोपाल में मैदानी स्तर पर बहुत लोग अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, बाल कल्याण, महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन के क्षेत्र में अद्भुत कार्य हो रहा है। सामाजिक और स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संचालित गतिविधियों से यह लगता है कि संस्थाओं के सहयोग से प्रदेश को आगे बढ़ाया जा सकता है, जन-कल्याण के कार्य को विस्तार दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पर्यावरण के लिए सभी की ओर से चिंता व्यक्त की जाती है, परंतु यदि पर्यावरण को बचाना है तो समाज को भी सतत साधना करनी होगी। पेड़ लगाने के कार्य को हमें अपने जीवन की आदत में सम्मिलित करना होगा। इससे हमें संतोष भी होगा और हम अन्य साथियों को भी प्रेरणा दे सकेंगे।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2070 तक नेट जारी कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य दिया
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत पर्यावरण के अपने संकल्पों को पूरा करेगा। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2070 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य दिया है। इसके लिए उनके द्वारा किये जा रहे अनेक प्रयास में प्रमुख प्रयास है वृक्षारोपण। परंतु एक व्यक्ति के पेड़ लगाने से यह लक्ष्य पूर्ण नहीं होगा। हम सबको आगे आना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा नदी की धार पेड़ों से प्रकट होती है। पेड़ जो बूंद-बूंद के रूप में जल छोड़ते हैं उससे ही नदी की धार बनती है। पृथ्वी पर 3 ट्रिलियन से अधिक वृक्ष मौजूद हैं। अमेजन वर्षा वन, जिसमें पृथ्वी के शेष वर्षा वनों का आधा भाग सम्मिलित हैं, में 390 अरब पेड़ हैं। यह वृक्ष ही ऑक्सीजन देने के साथ-साथ कार्बन उत्सर्जन को सोखने का कार्य कर रहे हैं। इनके कारण ही आज धरती बची हुई है।
पौध-रोपण के लिए जारी है अंकुर अभियान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पौध-रोपण के लिए अंकुर अभियान आरंभ किया गया है। अभियान के अंतर्गत पौध-रोपण के समय की फोटो अपलोड करने, पेड़ लगाने के तीस दिन बाद और फिर 80 दिन बाद पुन: फोटो अपलोड करने की व्यवस्था है। भावना यह है कि पौध-रोपण भी करें और पौधे की देखभाल व सुरक्षा भी करें। इस गतिविधि में सम्मिलित होने वाले रचनात्मक कार्यकर्ताओं को वृक्ष वीर और वृक्ष वीरांगना कहा जाएगा। इन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेशवासियों में पौध-रोपण और पौधों को संरक्षित रखने की प्रवृत्ति का विकास हो।
धरती को सुरक्षित रखने के लिए गतिविधियाँ जारी रहेंगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार समाज के साथ मिलकर पौध-रोपण के कार्य को निरंतर जारी रखेगी। प्रतिदिन दो पेड़ लगते रहेंगे। आने वाली पीढ़ियों के लिए हम अच्छी और सुरक्षित धरती छोड़कर जाने के उद्देश्य ये गतिविधियाँ जारी रहेंगी। यह कार्य धरती का ऋण उतारने के समान है। पेड़ लगाने का अभियान निरंतर जारी रहेगा।
देश ही नहीं दुनिया को भी पर्यावरण केन्द्रित विकास की आवश्यकता – श्री शिवप्रकाश
कार्यक्रम में उपस्थित सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के संकल्प के परिणाम स्वरूप वृक्षारोपण का शुभ एवं कल्याणकारी कार्यक्रम हो रहा है। राष्ट्र के सम्मुख विद्यमान समस्याओं में से पर्यावरण भी एक प्रमुख समस्या है। इसके समाधान के लिए वृक्षारोपण जैसी गतिविधियाँ निरंतर जारी रहेंगी। भारतीय संस्कृति की पर्यावरण प्रेम की दृष्टि को हमें जीवन में उतारना होगा। देश को ही नहीं दुनिया को भी पर्यावरण केन्द्रित विकास की आवश्यकता है। श्री शिवप्रकाश ने अपील की कि हम पेड़ लगाएं, नदियों को स्वच्छ रखें और स्वास्थ्ययुक्त, रोगमुक्त भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करें। खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रतिदिन पौध-रोपण के संकल्प का एक वर्ष पूर्ण हो रहा है। इस अवसर पर प्रदेश की स्वयंसेवी संस्थाओं का आगे आकर पौध-रोपण करना आज के दिन को ऐतिहासिक बनाता है।
सामाजिक संगठनों द्वारा रोपे गए 14 प्रजातियों के पौधे
प्रकृति की सेवा का संकल्प कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा 14 प्रजातियों के 425 पौधे लगाए। इसके अंतर्गत मोलश्री के 100, कोनो कार्पस के 50, कचनार, बेलपत्र, पीपल, बरगद, शीशम, नीम, आम, सकोदिया और अमरूद के 25-25, सप्तपर्णी व पार्किया के 20-20 और पारिजात के 10 पौधे लगाए गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ गत माहों में वृक्षारोपण में सम्मिलित हुईं संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने आज ए.बी.डी. एरिया में पौध-रोपण किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ गत माहों में मन्नत सोशल वेलफेयर, गौ-शिल्प इंटरप्राइजेज, नटराज परफार्मिंग एंड वेलफेयर सोसायटी, वॉटर एड इंडिया, ऑस्क संस्थान, अवनी वेलफेयर सोसायटी, संगिनी संस्था, कबाड़ से जुगाड़ स्वच्छता टीम, पंडित दीनदयाल उपाध्याय बोरवन क्लब, सार्थक, गौ-ग्रास एक पहल, पैसेफिक ब्लू सोसायटी, आवृत्ति, पर्व फाउंडेशन, आई क्लीन टीम, निर्माण परिवर्तन की ओर, केजीएन सोशल फाउंडेशन, ड्रीम भोपाल ग्रीन भोपाल, हेल्प बॉक्स फाउंडेशन, नर सेवा नारायण सेवा समिति, आर वन, आई.एन.सी और क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा पौध-रोपण किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ भोपाल सिटी लाइव, धर्मश्री फाउंडेशन, द लॉयन सिटी ग्रुप, बुक वाला, दिशांजलि सोसायटी, जीवन सार्थक फाउंडेशन, स्वेच्छा, कुंजल वेलफेयर सोसायटी, रिटर्न गिफ्ट टू मदर अर्थ, रोबिन हुड आर्मी, स्क्वायर एलएलपी स्वैच्छिक संगठन, एंजल्स वेलफेयर सोसायटी, गौकाष्ठ संवर्धन एवं पर्यावरण संरक्षण समिति, एक्सेलवेंचर सोसायटी, नवरचना, सामाजिक न्याय परिषद, दीपरेखा, टीम क्लीन एंड ग्रीन, बचपन, मुस्कान, एटमोस वेलफेयर सोसायटी, आवाज जन-कल्याण समिति, तृप्त सामाजिक सेवा संस्थान, द होप ऑफ चेंज तथा अटल बिहारी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के पदाधिकारियों ने भी पौध-रोपण किया है।
अन्नाशेष वेलफेयर सोसायटी, सेवा संकल्प युवा संगठन, पर्यावरण प्रेमी कुहू शर्मा एंड ग्रुप, शिव सोशियो कल्चरल सोसायटी, बंसल न्यूज, न्यूज नेशन, जी-न्यूज, आई.बी.सी-24 न्यूज चैनल, सहर्ष वेलफेयर सोसायटी, मुस्कान सोशल वेलफेयर सोसायटी, प्रयास टीम, रक्षिता वेलफेयर सोसायटी, उमंग गौरवदीप वेलफेयर सोसायटी, रेडियो आर.जे., बाल कल्याण एवं बाल साहित्य शोध केन्द्र, लेट आर.सी.एस, मेमोरियल हेल्थ एज्युकेशन एण्ड सोशल वेलफेयर सोसायटी तथा लेकसिटी जे.एल.यू. संस्थाएँ भी पौध-रोपण अभियान से जुड़ी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ विभिन्न योजनाओं के हितग्राही, अंकुर अभियान से जुड़े अंकुर मित्र, नगर निगम के साथ कार्य कर रहे स्वच्छता मित्रों सहित प्रसिद्ध शायर श्री मंजर भोपाली, जन-प्रतिनिधि श्री सुरजीत सिंह चौहान, श्री राहुल कोठारी, श्री सुमित पचौरी आदि भी वृक्षारोपण में शामिल हुए।
0 टिप्पणियाँ