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MP बोर्ड एग्जाम:बिना रूकावट हो परीक्षा इसलिए बोर्ड ने दी EXTRA इनविजिलेटर की व्यवस्था, इंदौर जिले में 350 से ज्यादा तैनात

प्रदेश में बोर्ड एग्जाम शुरु हो चुकी है। 10वीं और 12वीं की एग्जाम के एक-एक पेपर हो भी चुके हैं। जिला शिक्षा विभाग ने इस बार ऐसा सिस्टम तैयार किया है, जिससे एग्जाम कराने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। इसके लिए डिपार्टमेंट ने EXTRA इनविजिलेटर की ड्यूटी 146 एग्जाम सेंटरों पर लगाई है। यह इनविजिलेटर एग्जाम के दौरान एग्जाम सेंटर में या उसके पास मौजूद रहते है। ताकि जरूरत पड़ने पर वे तत्काल एग्जाम सेंटर पर ड्यूटी दे सके। इसकी पूरी व्यवस्था शुरु से ही की गई है। हालांकि बोर्ड के भी यहीं निर्देश होते है कि जितने इनविजिलेटर की जरूरत है उससे ज्यादा इनविजिलेटर की ड्यूटी लगाई जाए।

इंदौर में 79 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स की एग्जाम
एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की एग्जाम में इंदौर जिले में 79 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स एग्जाम दे रहे है। इसमें 10वीं क्लास के 36 हजार 800 स्टूडेंट्स रेगुलर और 7 हजार प्राइवेट स्टूडेंट्स है। जबकि 12वीं के 29 हजार 350 रेगुलर और 6 हजार 600 स्टूडेंट्स प्राइवेट एग्जाम में शामिल हो रहे है। इन स्टूडेंट्स की एग्जाम के लिए इंदौर जिले में 146 एग्जाम सेंटर बनाए है। इसमें 64 सरकारी स्कूल तो 82 प्राइवेट स्कूल है।

हर एग्जाम सेंटर पर EXTRA इनविजिलेटर
इंदौर जिले में हर एग्जाम सेंटर पर रिजर्व इनविजिलेटर तैनात हैं। हालांकि यह संख्या एग्जाम सेंटर के ऊपर डिपेंड है। छोटा एग्जाम सेंटर होने पर इनविजिलेटर की संख्या कम है और बड़े एग्जाम सेंटर पर एक्स्ट्रा इनविजिलेटर की संख्या भी ज्यादा है। एक अनुमानित आंकड़े की बात करें तो इंदौर जिले में 350 से ज्यादा एक्स्ट्रा इनविजिलेटर हैं। जिनकी ड्यूटी अलग-अलग एग्जाम सेंटर पर लगी है। बताया यह भी जा रहा है कि कई जगह इनविजिलेटर एग्जाम सेंटरों पर या एग्जाम सेंटरों के पास ही रहते हैं, जिससे जरुरत पड़ने पर उन्हें तत्काल बदला जा सके।

दो हजार से ज्यादा इनविजिलेटर की ड्यूटी
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक नरेंद्र जैन ने बताया कि इंदौर जिले में 146 एग्जाम सेंटरों पर 2 हजार से ज्यादा केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और इनविजिलेटर्स की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही ऐक्स्ट्रा इनविजिलेटर भी नियुक्त हैं, जो जरूरत आने पर एग्जाम सेंटरों पर ड्यूटी देंगे। इसकी पूरी व्यवस्था एग्जाम सेंटर के केंद्राध्यक्ष के पास रहती है। बोर्ड के भी यहीं निर्देश होते है कि एग्जाम सेंटरों पर आवश्यकता से ज्यादा इनविजिलेटर की ड्यूटी लगाई जाए। जिससे किसी भी स्थिति में एग्जाम प्रभावित न हो।

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