महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन ने कमाल कर दिया। 10 मिनट में 11.7 लाख दीये जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया। इससे पहले दिवाली पर अयोध्या में 9 लाख दीये जला कर रिकॉर्ड बनाया गया था। उज्जैन ने अयोध्या का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। चंद समय के लिए पूरा शहर दीयों की रोशनी से जगमगा गया। ऐसा लगा, जैसे लाखों बल्ब एक साथ जला दिए गए हों।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की 5 सदस्यीय टीम ने जैसे ही रिकॉर्ड की घोषणा की, पूरे शहर में आतिशबाजियां होने लगीं। आसमान में पटाखे फूटने लगे। शिव ज्योति अर्पणम् महोत्सव में उज्जैन नगरी फाल्गुन में दिवाली सी जगमग हुई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना सिंह के साथ 11 दीपक जलाकर इसका शुभारंभ किया। इसके बाद सायरन बजते ही 14 हजार स्वयं सेवक दीयों को जलाने में जुट गए। इसके अलावा लोगों ने घर-घर और अपने प्रतिष्ठानों पर भी दिवाली की तरह दीपक जलाए। दावा है कि उज्जैन शहर में 21 लाख दीये जलाए गए। यहां 5 ड्रोन से निगरानी की गई।
उज्जैन में दीपोत्सव के दौरान भक्त भोलेनाथ की भक्ति में जमकर झूमे।
उज्जैन में दीये जलाने का विहंगम दृश्य।
उज्जैन में जलाए दीयों का अलौकिक दृश्य।
मुख्यमंत्री शिवराज और उनकी पत्नी ने 11 दीपक जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत की।
दीये जलाने के बाद क्षिप्रा नदी के किनारे जगमग हो गए।
महाशिवरात्रि के मौके पर उज्जैन में आतिशबाजी भी की गई।
महाकाल मंदिर परिसर में त्रिशूल की आकृति बनाकर दीपक जलाए गए।
दीपक जलाने से पहले क्षिप्रा घाट पर आरती की गई।
दीपक जलने के बाद क्षिप्रा घाट का विहंगम दृश्य।
मंदिर के दरवाजे पर भी दीपक जलाए गए।
विभिन्न आकृतियां बनाकर दीपक जलाए गए।
महाकाल मंदिर में दीपक जलाते हुए लोग
महाकाल मंदिर दीपोत्सव में स्वयं सेवकों ने भी भाग लिया।
दीये जलने से पहले शाम को राम घाट पर हजारों लोग जमा हो गए थे।
भस्म आरती में सबसे पहले भगवान महाकाल को पंडे पुजारियों ने जल चढ़ाया। इसके बाद पंचामृत अभिषेक पूजन में दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से अभिषेक किया गया। भांग से अद्भुत श्रृंगार किया गया था। सुबह 5.30 बजे से आम भक्तों ने दर्शन करने शुरू कर दिए थे।
देशभर से श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन का महाकाल मंदिर दक्षिणमुखी है। साथ ही भस्म आरती की परम्परा के चलते इसका महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। देशभर से श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे। देर रात 2 बजे से मंदिर के बाहर लाइन लगनी शुरू हो गई थी। अब 2 मार्च को रात्रि की शयन आरती के बाद पट बंद होंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पत्नी साधना सिंह के साथ महाकाल मंदिर में पूजन किया।
महाकाल मंदिर में 51 हजार दीपक लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
शिवरात्रि पर बाबा महाकाल का दूल्हे के स्वरूप में भांग से श्रृंगार किया गया।
दोपहर डेढ़ बजे तक ढाई लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
तड़के 3 बजे मंदिर के पट खुलते ही चार धाम मंदिर पर श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई।
शिवरात्रि पर महाकाल मंदिर के पट अब 2 मार्च की रात शयन आरती के बाद बंद होंगे।
शिवरात्रि पर महाकाल मंदिर को देशी और विदेशी फूलों से सजाया गया है।
इंदौर की शिखा शर्मा और 16 लोगों की टीम ने 800 स्क्वायर फीट में 22 घंटे की मेहनत से यह रंगोली बनाई।
मंदिर के पट खुलने के बाद पूजा शुरू हुई। अभिषेक के बाद भस्म आरती और फिर बाबा का श्रृंगार किया गया।
रात में महाकाल मंदिर रोशनी से जगमगा उठा, यहां आकर्षक सजावट की गई है।
शिवरात्रि पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु रात में ही पहुंच गए थे।
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